विदर्भ में किसान आत्महत्या रोकने ५० प्रतिशत सिंचाई क्षमता जरूरी
प.वि.वि.प. के पदाधिकारियों से साधा संवाद
नागपुर/दि.१४ – क्षेत्र के विकास के लिए विविध अडचनों व क्षमता के अध्ययन पर जोर देते हुए केन्द्रीय सडक परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि कृषि विकास के लिए सिंचाई व्यवस्था में सुधार आवश्यक है. विदर्भ की स्थिति में उन्होंने कहा कि किसान आत्महत्या रोकने के लिए यहां ५० प्रतिशत सिंचाई क्षमता जरूरी है. खासकर पश्चिम विदर्भ में सिंचाई से कृषि क्षेत्र की तस्वीर बदली जा सकती है. पश्चिम विदर्भ विकास परिषद के पदाधिकारियों से वीडियो कांफ्रेंस से संवाद में गडकरी बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि विकास में कृषि और उद्योग का महत्व अधिक है. वर्तमान में कृषि और ग्रामीण क्षेत्र का जीडीपी में योगदान कम है. इससे रोजगार व प्रतिव्यक्ति आय नहीं बढ़ रही है. वाटर, पावर, ट्रांसपोर्ट व कम्युनिकेशन का काफी महत्व है. गडकरी ने कहा कि सिंचाई के मामले में हम पीछे है. केन्द्र ने राज्य को सिंचाई के लिए ४० हजार करोड दिए हैं. ६० हजार करोड के नदी जोड प्रकल्प भी है, लेकिन किसानों को १२ घंटे पानी मिले बिना उनकी आय में बढ़ोतरी नहीं हो सकती है.
घुमरे को श्रध्दांजलि
वरिष्ठ पत्रकार मामासाहब घुमरे को केन्द्रीयमंत्री नितिन गडकरी ने श्रध्दांजलि दी. गडकरी ने कहा है कि मामासाहब का व्यक्तिमत्व व सपादन सकारात्मक था. उनके लेखन में संवेदनशीलता थी. वे महात्मा गांधी व विनोबा भावे के व्यक्तिमत्व के अध्ययनकर्ता थे.