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* सहयोगी प्राध्यापक सहित सात लोगों पर मामला दर्ज
नागपुर/ दि. 21– शेयर ट्रेडिंग में निवेश करके एक साल में दोगुना लौटाने का झांसा देकर गवर्नमेंट पॉलिटेक्निल में प्राध्याक द्बारा साथियों की मदद से अपने ही अधिकारी और कर्मियों को 54 लाख रूपए का चूना लगाए जाने का मामला सामने आया है. सदर पुलिस ने श्यामदेव घोटाले की शिकायत पर दंपत्ति सहित लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. आरोपियों में किशोर लाला मेश्राम, उनकी पत्नी विभा उर्फ विंदा किशोर मेश्राम, लोहितसिंह धर्मसिंह सुभेदार, बाबू किसना हजारे, विजय ज्योतिराम पाटिल और कोल्हापुर की ए.एस. ट्रेडर्स एंड डेवलपर्स के दो संचालक है.
श्यामदेव घाटोले गवर्मेट पॉलिटेक्निक में पैटर्न मेकर के पद पर कार्यरत है. ठगी में लिप्त किशोर मेश्राम भी धातुशास्त्र विभाग में अधिव्याख्याता है. पुलिस सूत्रों के अनुसार मेश्राम का 2018 में नागपुर से कोल्हाुपर के गवर्मेंट पॉलिटेक्निक में तबादला हो गया. वह कोल्हापुर तबादले के बाद भी घाटोले के संपर्क में थे. मेश्राम ने नागपुर मे तैनात ग्रंथपाल विभाग में तैनात किसन हजारे, उसके भागीदार लोहित सिंह सुभेदार द्बारा कोल्हापुर की ए.एस. ट्रेडर्स एंड डेवलपर्स में 6 लाख रूपए का निवेश करने पर दोगुना मुनाफा मिलने का बताते थे. मेश्राम ने घाटोले को निवेश करने की सलाह देते हुए एक साल में निवेश का दोगुना लौटाने का वादा किया. आरंभ में एक लाख रूपए के निवेश से शुरूआत करने को कहा. मेश्राम और उनकी पत्नी गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक परिसर की कैंटिन में ही बैठके लेते थे. आरंभ में घाटोले ने मेश्राम की बातों को नजरअंदाज किया. 2020 में मेश्राम का पुन: नागपुर तबादला हो गया. जिसके बाद से उनकी घाटोले से रोज भेंट होने लगी.
मेश्राम और उनकी पत्नी विभा के माध्यम से कॉलेज की कैटिन में मीटिंग लेकर घाटोले तथा अन्य साथियों को ‘इनवेस्टमेंट प्लान’ की जानकारी देकर निवेश के लिए प्रेरित करने लगे. मेश्राम, उनकी पत्नी और साथियों ने शहर के पॉश होटल में भी सेमिनार लेकर निवेश के फायदे बताए.
* बैंकाक – दुबई टूर का प्रलोभन
निवेशकों को झांसा देेने के लिए सेमीनार अथवा बैठक में आकर्षक योजनाओं की जानकारी दी जाती थी. 3.50 लाख का निवेश करने पर फ्रेंचायजी देने के साथ दुुबई-बैंकाक टूर पर भेजने का बताया जाता था. 15 लाख के निवेश करने पर 20 लाख रूपए कीमत की कार देने का प्रलोभन दिया जाता था. घाटोले ओर दूसरे निवेशकों को भी यह झांसे दिए गये थे.