3 घंटे में 700 महिलाओं ने बनाए 65 हजार लड्डू
अषाढी एकादशी : गुड, फली दाने के लड्डू पंढरी के वारकरियों में बांटेंगे
औरंगाबाद/ दि.4 – किसी को पंढरपुर की दींडी में विठ्ठल दिखाई देता है, कोई दींडी में पैदल जाने वाले वारकरी की सेवा कर अपने आप को धन्य मानते है. मेरा एक तो भी लड्डू मेरे पांडुरंग को ऐसा कहते हुए औरंगाबाद में रविवार 700 महिलाओं ने इकट्ठा कोकर 3 घंटे में 65 हजार लड्डू तैयार किये. यह लड्डू अषाढी एकादशी के दिन श्रीक्षेत्र पंढरपुर में वारकरियों को मुफ्त बांटे जाएंगे.
हमें पंढरपुर जाने का अवसर नहीं मिला तो भी हमारी सेवा पंढरपुर में पहुंचाई जाए, इस भावना से रविवार को जवाहर कॉलोनी के विश्वशंकर मंगल कार्यालय में दोपहर के समय 700 महिला इकट्ठा हुई. 51 हजार लड्डू बनाने का उद्देश्य रखा गया था, मगर दोपहर 2 बजे तक प्रत्यक्ष में 65 हजार लड्डू बने. उसके लिए 1 हजार किलो फली दाने, 1 हजार किलो गुड का उपयोग किया गया. हॉल में अलग-अलग समूह में महिलाएं व युवतियां बैठकर लड्डू बना रही थी. मंच पर बीचों बीच श्री विठ्ठल की प्रतिमा, बाई ओर संत ज्ञानेश्वर, दायी ओर संत तुकाराम की प्रतिमा सभी के आकर्षण का केंद्र बनी थी. इस उपक्रम के लिए आयोजक लतिका सुरवे, उमाकांत वैद्य, दीपक हरसुलकर, खंडू थोरात, अर्जुन पवार, सतिश साकडे, शंकर पारसवानी आदि ने परिश्रम लिया.