प्रतिनिधि/दि.४ परतवाडा-इन दिनों जिले के ग्रामीण क्षेत्रों, विशेषकर मेलघाट परिसर में कोरोना बडी तेजी से पांव पसार रहा है. विगत दिनों धारणी तहसील में एक साथ ३३ कोरोना संक्रमित मरीज पाये गये, वहीं अब अचलपुर के शहरी व ग्रामीण इलाकों में भी कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ रही है और इस समय तक अचलपुर तहसील में कोरोना के ८० संक्रमित पाये जा चुके है. इसमें से अचलपुर के शहरी क्षेत्र में ५९ तथा ग्रामीण क्षेत्र में २१ मरीज पाये जा चुके है. जिसमें से ६ मरीजों की इलाज के दौरान मौत हो गयी है. वहीं कई मरीजों को अस्पताल से डिस्चार्ज मिल चुका है. जानकारी के मुताबिक अचलपुर के पालिका क्षेत्र में अब तक ५९ कोरोना संक्रमित पाये जा चुके है. जिसमें से तीन मरीजों की मौत हो चुकी है और २५ लोगों को इलाज पश्चात अस्पताल से डिस्चार्ज मिल चुका है. वहीं इस समय २४ मरीजों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. इसके अलावा कल्याण मंडपम् व अग्रसेन भवन में २९ लोगों को संस्थात्मक आयसोलेशन किया गया है. वहीं दूसरी ओर इस समय ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमितों की संख्या काफी हद तक नियंत्रित है. रविवार को परतवाडा के मिश्रा लाईन परिसर निवासी २४ वर्षीय व्यक्ति, लालपूल निवासी आटा चक्की संचालक तथा शनिवार को अचलपुर निवासी वृध्द महिला व पुरूष को कोरोना संक्रमित पाया गया. यहां पर आये दिन कोरोना संक्रमित मरीज पाये जा रहे है. लेकिन इसके बावजूद अचलपुर के उपजिला अस्पताल में बनाये गये कोविड वॉर्ड में इन मरीजों का केवल प्राथमिक इलाज ही किया जा रहा है और स्थिति बिगडने पर उन्हें अमरावती रेफर किया जाता है.
रिपोर्ट मिलने में हो रहा काफी विलंब जुडवा शहर में इन दिनों जहां एक ओर बडी तेजी से कोरोना संक्रमित मरीज पाये जा रहे है, वहीं यहां पर कोरोना का संदेह रहने पर मरीजों के थ्रोट स्वैब सैम्पल की जांच करने हेतु कोई व्यवस्था उपलब्ध नहीं है. जिसके चलते सैम्पल देनेवालों की रिपोर्ट मिलने में काफी विलंब हो रहा है. मिश्रा लाईन परिसर निवासी ५४ वर्षीय तेल व्यापारी ने अपने थ्रोट स्वैब का सैम्पल २७ जुलाई को दिया था. जिसकी रिपोर्ट अगले ३६ घंटे में मिलना अपेक्षित था, लेकिन यह रिपोर्ट सात दिन पश्चात २ अगस्त को प्राप्त हुई. जिसमें इस व्यापारी को कोरोना पॉजीटिव बताया गया. इस बीच इस व्यक्ति की तबियत काफी खराब हो गयी थी और उसे परतवाडा के एक निजी अस्पताल में भरती कराया जा चुका था. वहीं रिपोर्ट पॉजीटिव आने के बाद इस व्यक्ति को अमरावती रेफर किया गया. किंतु इस दौरान सात दिन तक यह व्यक्ति कई लोगों के संपर्क में आया. ऐसे में अब संबंधितों के भी कोरोना संक्रमित पाये जाने की संभावना है. नगर रचनाकार संजय पवार की इलाज के दौरान मौत बता दें कि, कुछ माह पूर्व पुणे के स्वारगेट परिसर निवासी संजय पवार (५४) अचलपुर नगर पालिका में नगर रचनाकार पद पर नियुक्त हुए थे और वे परतवाडा स्थित ब्राह्मण सभा कालोनी में किराये का मकान लेकर रहते थे. कुछ दिन पूर्व संजय पवार की तबियत अचानक बिगड जाने के चलते उन्हें स्थानीय पीडीएमसी अस्पताल में भरती कराया गया. जहां पर उन्हेें निमोनिया से पीडित बताया गया, लेकिन यहां पर इलाज के दौरान संजय पवार की मौत हो गयी. यहां यह उल्लेखनीय है कि, संजय पवार के साथ अचलपुर नगर पालिका में सहायक अभियंता के तौर पर पदस्थ २२ वर्षीय युवक भी उसी किराये के मकान में रहा करता था और इस युवक की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पॉजीटिव आयी है और उस पर अमरावती में इलाज जारी है.