विदर्भ

चांदूर बाजार तहसील के 80 गांव कोरोना की चपेट में

लापरवाही की वजह से बढ रहा है ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण

चांदूर बाजार/दि.24 – कोरोना की पहली लहर में शहरी क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा कोरोना बाधित मरीज पाए गए थे. किंतु अब दूसरी लहर ने ग्रामीण क्षेत्रों को भी अपनी चपेट में लेना शुरु कर दिया है. ग्रामीण क्षेत्र के नागरिकों द्बारा की गई लापरवाही की वजह से ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण बढ रहा है. अनदेखी किए जाने से अब कोरोना बेकाबू हो चुका है. कोरोना की दहशत कुछ इस प्रकार है कि सौम्य लक्षण वाले मरीज भी घबराकर मर रहे है. चांदूर बाजार तहसील के 80 गांव भी कोरोना की चपेट में आ चुके है.
तहसील स्वास्थ्य अधिकारी के अनुसार अब तक चांदूर बाजार तहसील में कोरोना संक्रमितों की संख्या 962 पर पहुंची है. जिसमें शहरी क्षेत्र के 198 तथा ग्रामीण क्षेत्र के 764 मरीजों का समावेश है. अब तक कोरोना महामारी से 30 मरीजों की मौत हो चुकी है. उसमें से 28 मौते ग्रामीण क्षेत्र में हुई है बाकी दो मौते शहरी क्षेत्र में हुई है. चांदूरबाजार शहर सहित तहसील के 80 गांव कोरोना महामारी के शिकार हुए है.
शहर की तुलना में ग्रामीण क्षेत्र के नागरिकों में कोरोना को लेकर भय व्याप्त है. ग्रामीण क्षेत्रों में नागरिकों का बेखौफ होकर घूमना, समय पर उपचार न करवाना, जांच न करवाना इसकी वजह से संक्रमण फैल रहा है. समय पर क्वांरटाइन न होने की वजह से संपर्क में आए अनेक व्यक्ति भी संक्रमित हो रहे है. संक्रमण तेजी से बढ रहा है मरीजों को ढूंढकर निकालना और उनका समय पर उपचार करवाना आदि उपाय योजना करने पर ही कोरोना काबू में आ सकता है.

नागरिक सर्तक रहे

कोरोना महामारी क कारण युद्ध सदृश्य हालत निर्माण हुए है. नागरिक केवल शासन व प्रशासन पर निर्भर न रहे बल्कि स्वयं सर्तक रहकर नियमों का पालन करे, लक्षण दिखाई देने पर जांच करवाए, प्रशासन को सहयोग करे. उसी प्रकार ग्रामस्तर पर सरपंच ग्राम सदस्य, पुलिस पटेल स्वयं आगे आकर जनजागृति करे.
– धीरज स्थूल, तहसीलदार चांदूर बाजार

नियमों का पालन करें

कोरोना से मरने वालों की संख्या ज्यादा नहीं है इसलिए डरे नहीं सर्तकता से नियमों का पालन करे व अपना उपचार करवाए और सर्तक रहे. कोरोना जैसी महामारी से बचे.
– ज्योत्सना भगत, तहसील स्वास्थ्य अधिकारी

डरे नहीं सकारात्मक सोच रखे

कोरोना के लक्षण दिखाई देने पर समीप के स्वास्थ्य केंद्रो पर संपर्क करे या डॉक्टर से सलाह ले डरे नहीं सकारात्मक सोच रखते हुए समय पर उपचार करवाए. खुद जागृत रहकर दूसरो को भी जागृत करे सब एकजूट होकर इस मुसीबत को मात दे सकते है.
– डॉ. प्रफुल्ल भोरगडे, बी.डि.ओ.

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