‘उस’ लक्झरी बस के मालिक पर सदोष मनुष्यबल का मामला दर्ज हो
जिंदा जलकर मारे गए यात्रियों के संतप्त परिजनों ने उठाई मांग
* परिवार के एक सदस्य को नौकरी दिए जाने की मांग भी उठी
वर्धा/दि.11 – बुलढाणा के निकट सिंदखेड राजा तहसील अंतर्गत पिंपलखुटा गांव के निकट समृद्धि एक्सप्रेस वे पर घटित भीषण सडक हादसे में 25 लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई थी. इस मामले मेें बस के चालक के खिलाफ सदोष मनुष्यबल का अपराध दर्ज किया गया है. लेकिन इस हादसे के लिए चालक के साथ-साथ निजी ट्रैवल्स बस का मालिक भी जिम्मेदार है. ऐसे में लक्झरी बस मालिक के खिलाफ भी सदोष मनुष्यबल का मामला दर्ज किया जाए, ऐसी मांग वर्धा से वास्ता रखने वाले मृतकों के परिजनों द्बारा यहां बुलाई गई बैठक में उठाई गई.
बता दें कि, समृद्धि एक्सप्रेस वे पर हुए हादसे में जिंदा जलकर मारे गए 25 यात्रियों में वर्धा जिले के 14 लोगों का समावेश था. जिसमें से अधिकांश लोग युवा थे और अपनी पढाई-लिखाई व नौकरी के निमित्त वर्धा से पुणे जा रहे थे. इन लोगों की अकस्मात मौत हो जाने के चलते उनके परिजनों पर दुखों का पहाड टूटने के साथ ही उनके सारे सपने बिखर गए. यद्यपि हादसे के बाद सरकार ने हर संभव सहायता का आश्वासन दिया था, लेकिन अब भी सरकार से कोई योग्य सहायता नहीं मिली है. साथ ही दस्तावेजों की पूर्तता भी नहीं हुई है. ऐसे में वर्धा जिले से वास्ता रखने वाले मृतकों के परिजनों ने अपनी एकजूटता दिखाने के लिए गत रोज वर्धा में एक संयुक्त बैठक का आयोजन किया. इस बैठक में ट्रैवल्स एजेंसी की लापरवाही और प्रशासन द्बारा आपसी मिलीभगत के चलते की जाने वाली अनदेखी को लेकर तीव्र नाराजगी जताई गई. साथ ही यह भी कहा गया कि, चूंकि उस हादसे में प्रत्येक परिवार के घर का मुख्य आधार खो गया है. ऐसे में मृतकों के परिजनों में से किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए.
इस बैठक में यह मांग भी उठाई गई कि, ट्रैवल्स के लिए नियमों को और अधिक कडा करते हुए वाहनों की वेग मर्यादा को निश्चित किया जाए. साथ ही समृद्धि महामार्ग पर स्टॉपेज लेने की व्यवस्था की जाए. इसके अलावा लक्झरी बसों के चालकों की जगह-जगह पर ब्रिद एनालाइजर के जरिए जांच की जाए, ताकि यह पता लगाया जा सके कि, कई वह शराब तो नहीं पिए हुए है. जिसके साथ ही यह भी कहा गया है कि, शेख दानिश नामक बस चालक के शराब पिए रहने की जानकारी पता रहने के बावजूद भी ट्रैवल्स मालिक ने उसे यात्रियों से भरी बस को पुणे ले जाने का जिम्मा सौंपा और एक तरह से सभी यात्रियों को जानबूझकर मौत की खाई में ढकेल दिया.ऐसे में इस मामले की जांच हेतु समिति गठित करते हुए पूरे मामले की सघन जांच की जाए तथा लक्झरी बस के चालक व मालिक पर कडी कार्रवाई की जाए.
इस बैठक में निलिमा खोडे, सौरभ वंजारी, विशाल वंजारी, मदन वंजारी, अनूप राजुरकर, ओमप्रकाश गांडोले, रामदास पोकले, दिनकर खेडकर, नीलू तायडे, मेघना तायडे, राजेश तामडी, सपना तामडी, साक्षी पोहनकर व शार्दुल वांदिले आदि प्रभावित परिजनों की मौजूदगी थी.
* मेरी तो पूरी गाडी जल गई, उसका क्या?
समृद्धि एक्सप्रेस वे पर हुए हादसे की जानकारी मिलने पश्चात मृतक प्रथमेश खोडे की मां निलिमा खोडे ने सबसे पहले ट्रैवल्स के मालिक से मोबाइल फोन पर संपर्क साधा था और इस हादसे को लेकर जानकारी के देने के साथ ही अपना संताप व्यक्त किया था. जिस पर ट्रैवल्स मालिक ने यह कहते हुए फोन काट दिया था कि, तुम्हारा दुख तो केवल चार दिनों का है, मेरी तो पूरी गाडी जलकर खाक हो गई, उसका क्या? बैठक के दौरान निलिमा खोडे द्बारा यह जानकारी दिए जाते ही सभी उपस्थितों ने ट्रैवल्स मालिक दरने परिवार के लिए रोश व संताप की लहर फैल गई.