नागपुर/दि.5– भंडारा वनविभाग के पवनी में गुरुवार सुबह महुआ के फूल लेने घने जंगल में गये ग्रामीण को बाघ ने मार डाला. पवनी में यह 9 दिनों के अंदर दूसरी घटना है. जिसमें बाघ ने ग्रामीण का स्वीकार किया है. मृतक का नाम ताराचंद सावरबांधे है. वह सावरला का रहने वाला था. काफी देर तक नहीं लौटा, तो घर के लोगों ने उसकी तलाश शुरु की. काफी खोजबीन के बाद घने जंगल के कम्पार्टमेंट नंबर-312 में उसका शव मिला.
गत 25 मार्च को ही कन्हाल गांव की सीताबाई दडमल को कम्पार्टमेंट नंबर-316 में मृत पाया गया था. वह भी महुआ फूल चुनने घने जंगल में गई थी. भंडारा के उपवनसंरक्षक राहुल गवई से पूछा गया कि, क्या मनुष्यों पर हमला करने वाले बाघ को पकडा जाएगा. उत्तर में उन्होंने कहा कि, दोनों जगहों का अंतर 5 किमी है. नहीं लगता कि, एक ही प्राणी ने दोनों घटनाएं की है. सूत्रों ने बताया कि, 2 अप्रैल को कान्हल गांव में एक बाघ की छवि कैमरे में आयी थी. जहां सीताबाई पर हमला हुआ था. गुरुवार को वनविभाग की टीम ने भी सावरला में बाघ को देखा, जहां सावरबांधे को मार दिया था. बाघ ने मवेशी का शिकार किया है. वन अधिकारी गवई ने बताया कि, स्वैब के नमूने लिये गये है. डीएनए जांच हेतु हैदराबाद स्थित जीवशास्त्र प्रयोगशाला में भेजे जाएंगे. यदि नमूने सही पाये गये और एक ही प्राणी इन दोनों हमलों में रहा, तो उसे पकडने का आदेश प्राप्त किया जाएगा. गवई ने बताया कि, फिलहाल तो उद्रवी बाघ की निगरानी की जा रही है.