विदर्भ

समृद्धि हाईवे पर हादसे मानवीय चूक के कारण

सीएम शिंदे ने विधानसभा में किया दावा

* 70 लाख वाहनों ने वर्षभर में किया हाईवे का उपयोग
नागपुर/दि. 13– समृद्धि महामार्ग पर अधिकांश दुर्घटनाएं मानवीय गलतियों केे कारण हुई है. दुर्घटनाएं रोकने के सभी प्रयास किए जा रहे हैं. उपाययोजना क्रियान्वित की गई है. आज तक 60 से 70 लाख वाहनों ने इस महामार्ग से यात्रा करने का दावा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सदन में किया. विधानसभा में अशोक चव्हाण ने प्रदेश में हादसों के संदर्भ में प्रश्न पूछा था जिसका उत्तर सीएम दे रहे थे.

* लाइसेंस के लिए क्या नई नीति
अशोक चव्हाण ने बढती सडक दुर्घटनाओं के मद्देनजर लाइसेंस के लिए नई नीति अपनाएंगे क्या यह और अन्य प्रश्न उपस्थित किए थे. इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि समृद्धि महामार्ग पर गति पर नियंत्रण के लिए आर्टिफिशीयल इंटेलिजेंस तक का उपयोग किया जा रहा है. विविध उपाय किए गए है. सभी का प्रभावी क्रियान्वयन हो रहा है. सडक हादसे रोकने सरकार गंभीर है. संबंधित मंत्री भी दौरे कर रहे हैं. पहले मुंबई-पुणे महामार्ग पर काफी दुर्घटनाएं होती थी. उस समय की गई उपाययोजना समृद्धि महामार्ग पर अपनाई जा रही है. इसका जल्द प्रभाव देखने मिलेगा.

* फिटनेस का रिन्यू नहीं
सीएम शिंदे ने स्पष्ट कर दिया कि अनेक वाहनों की फिटनेस प्रमाणपत्र की अवधि पूर्ण हो गई है. वाहन मालिकों को यह अवधि खत्म हो जाने की जानकारी नहीं है. उसका रिन्यू नहीं किया जा रहा. उसके लिए अग्रिम सूचना दिए जाने की मांग चव्हाण ने की. इस पर सीएम ने कहा कि अग्रिम सूचना देने एप बनाने कहा गया है. उल्लेखनीय है कि प्रदेश में परिवहन विभाग स्वयं मुख्यमंत्री के अधिकार में है.

* 17 जिलों में स्वयंचलित ट्रैक पर परवाना जांच
सीएम शिंदे ने बताया कि सडक हादसों में कमी लाने लाइसेंस देने की प्रक्रिया कडी की जा रही है. जिन्हें लाइसेंस चाहिए ऐसे वाहन चालकों को स्वयंचलित ट्रैक पर जांच देनी होगी. प्रदेश के 17 जिलों में ऐसे ट्रैक बनाए जा रहे हैं. निविदा प्रक्रिया हो रही है. दो माह में वर्कऑर्डर जारी हो जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि नई जांच से लाइसेंस जांच परिक्षा में कई पास होने से रह जाएंगे.

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