संपन्न व गुणवत्तापूर्ण शिक्षण व शैक्षणिक विकास के लिए नए उपक्रम अपनाएँ
जिलास्तरीय उर्दु शिक्षा परिषद में रत्नमाला खडके का प्रतिपादन
वर्धा/ दि.30- जिले के उर्दु माध्यम के सभी शिक्षकों के लिए जिला शिक्षण व प्रशिक्षण संस्था वर्धा में एक दिवसीय उर्दु शिक्षण परिषद का आयोजन डाएट के प्राचार्य डॉ.मंगेश घोगरे सर की अध्यक्षता में किया गया. जिसमें वर्धा के शिक्षणाधिकारी डॉ.सचिन जगताप, वर्धा पं.स के गटशिक्षणाधिकारी डॉ. धर्मपाल कुमरे, जेष्ठ अधिव्याख्यता रत्नमाला खडके, विस्तार अधिकारी जया परमार, संयोजक मो. इकबाल सिद्दिकी, नागपुर की संयोजक शबाना सिद्दिकी की प्रमुख उपस्थिती में आयोजित इस उर्दु शिक्षण परिषद में निपुण भारत अभियान, अध्ययन स्तर निश्चिती, अध्ययन निष्पती, गुणवत्तापूर्ण शिक्षण तथा निपुण भारत अध्ययन अभ्यास सर्वेक्षण आदि विषयों पर तज्ञ मार्गदर्शकों व्दारा विस्तारपूर्वक मौलिक मार्गदर्शन किया गया.
सर्वप्रथम शिक्षण परिषद में आए हुए सभी अतिथियों का शाल, पुष्पगुच्छ व स्मृतीचिन्ह देकर स्वागत किया गया. साथ ही उर्दु शिक्ष परिषद वर्धा के संयोजक मो.इकबाल सिद्दिकी का सेवानिवृत्ति पुुर्व विशेष सत्कार भी इस अवसर पर किया गया. इसके अलावा शिक्षा क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले शिक्षकों को प्रमुख अतिथियों के हाथों इस शिक्षा परिषद में मानपत्र देकर सम्मानित किया गया. इन शिक्षकों में सैय्यद एजाज़ हुसैन, फहीम बाजी, शबाना सिद्दिकी, इकबाल अंजुमन, अनिक अहमद, नईमउल्ला खान, मिर्जा इरफान बेग, मोहम्मद अजहर, न्याजोद्दीन सिद्दिकी, नाजिया परवीन, फरहत अंजुम, नसीम अख्तर, शहेजाद सिद्दिकी, तजमुन्नीसा, यास्मीन परवीन, शिरीन तबस्सुम, शहेनाज परवीन, मुमताज बेगम, शाहीन परवीन, इमरान अहमद खान, अंसार अहमद, शबाना परवीन आदि का समावेश रहा.
इस शिक्षण परिषद में प्रस्ताविक इमरान अहमद खान, तिलावत जावेद व नात फरहत अंजुम ने पढी. राज्य शैक्षणिक संशोधन व प्रशिक्षण परिषद पुणे से अरुण सांगोलकर ने उर्दु शिक्षा परिषद में ऑनलाइन विडिओ कांफ्रेंसिंग के व्दारा मार्गदर्शन किया तथा उर्दु शिक्षा परिषद में अपने मौलिक मार्गदर्शन में जि.प वर्धा के शिक्षाधिकारी डॉ.सचिन जगताप ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षण के लिए आवश्यक प्रयास तथा शिक्षा के महत्व को परिभाषित करते हुए कहा कि, सामाजिक उन्नती व इंसान के सर्वांगीण विकास के लिए शिक्षा बहोत जरुरी है. गटशिक्षणधिकारी डॉ. धर्मपाल कुमरे ने अध्ययन स्तर निश्चिती व मातृभाषा के विषय पर मार्गदर्शन करते हुए कहा कि, समाज को सही दिशा देने का कार्य शिक्षा के माध्यम से हम सबको करना है. जिला शिक्षण व प्रशिक्षण संस्था वर्धा की जेष्ठ अधिव्यख्यता रत्नमाला खडके ने अपनी तासीका में एनएस-2021, निपुण भारत, पी.जी.आय व अध्ययन निष्पती आदि विषयों पर मौलिक मार्गदर्शन किया तथा उनके व्दारा गुणवत्तापूर्ण शिक्षण के लिए शिक्षकों को जो प्रयास करने चाहिए, उसकी विस्तारित जानकारी दी. शिक्षण परिषद के संयोजक मो. इकबाल सिद्दिकी ने अध्ययन स्तर निश्चिती उपक्रम की मालुमात दी. शिक्षकों ने अपनी अपनी स्कुलों में लिए जा रहे नविन्यपुर्ण उपक्रम की जानकारी भी प्रस्तुत की. जिला शिक्षण व प्रशिक्षण संस्था वर्धा के प्राचार्य डॉ. मंगेश घोगरे ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में निपुण भारत अध्ययन अभ्यास सर्वेक्षण के संदर्भ में मार्गदर्शन किया तथा गुणवत्तापूर्ण शिक्षण के लिए आवश्यक प्रयासों की जानकारी दी.
कार्यक्रम में संचालन व आभार प्रदर्शन अनिक अहमद ने किया. वर्धा जिले के उर्दु माध्यम के शिक्षक बड़ी संख्या में इस उर्दू शिक्षण परिषद में उपस्थित थे.