38 साल बाद ‘उन’ कांग्रेसियों पर चलेगा मुकदमा
इंदिरा गांधी की हत्या के बाद किया था आंदोलन
नागपुर/दि.4 – देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद समूचे देश में तीव्र प्रतिक्रिया दिखाई दी थी और कई स्थानों पर निषेध प्रदर्शन के साथ-साथ हिंसक आंदोलन भी हुए थे. इसी के तहत इंदिरा गांधी के हत्या के बाद नागपुर के चिटणवीस पार्क में सर्वपक्षिय श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई थी. जिसे लेकर सभा के आयोजकों व आंदोलकों पर मामले दर्ज किए गए थे और अब करीब 38 साल के बाद इस मामले में मुकदमे की शुरुआत होने जा रही है.
बता दें कि, तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 31 अक्तूबर 1984 को राजधानी नई दिल्ली में उनके सरकारी आवास पर उनके ही अंगरक्षकों द्बारा गोली मार दी गई थी. जिसके बाद शहर कांगे्रस व शहर युवक कांग्रेस ने जगह-जगह पर आंदोलन व मोर्चे आयोजित किए थे. जिसके लिए पुलिस ने मोर्चे व आंदोलन के आयोजकों व आंदोलनकारियों पर धारा 153, 157, 351, 336, 337, 427 व 34 के तहत अपराध दर्ज किए थे. परंतु विगत अनेक वर्षों से यह मामला प्रलंबित पडा रहा और अब 38 वर्ष बाद इस मामले को लेकर मुकदमे की कार्रवाई प्रारंभ हुई है.
उल्लेखनीय है कि, इस मामले मेें युवक कांग्रेस के तत्कालीन शहराध्यक्ष अशोक धवड, यशवंत बाजीराव, सुधाकर तिडके, चंदू रहाटे, नरेंद्र इंगले, गिरीश धाले व विनोद वल्ली के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया था. इसमें से आगे चलकर अशोक धवड व यशवंत बाजीराव विधायक भी बने. वहीं इस दौरान चंदू रहाटे, गिरीश धाले व विनोद वल्ली का निधन हो गया. ऐसे में अब धवड, बाजीराव, तिडके व इंगले पर मुकदमा चलाया जा रहा है. हाल ही में 1 अप्रैल को इस मुकदमे की सुनवाई शुरु हुई. वहीं अब अगली सुनवाई 6 मई को होगी.