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वृध्द के घातक कदम का रहस्य और बढ गया
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कुही तहसील के बेलतुर की दिलदहलाने वाली घटना
नागपुर/दि.2 – कुही तहसील के बेलतुर पुलिस थाना क्षेत्र में आने वाले कन्ही गांव में एक 80 वर्षीय आत्माराम मोतीराम ठवकर नामक वृध्द ने पहले चिता रची. इसके बाद चिता की पूजा की और फिर चिता पर बैठकर आग लगाते हुए आत्महत्या कर ली. यह बात अन्य लोगों के समझ में आती तब तक लाश आधे से ज्यादा जल चुकी थी. यह दिलदहला देने वाली घटना कल मंगलवार की सुबह 6 बजे उजागर हुई. वृध्द ने इस तरह घातक कदम क्यों उठाया, यह रहस्य और अधिक गहरा गया है.
जानकारी के अनुसार आत्माराम का गांव से लगकर खेत है. उनके खेत में गैस सिलेंडर का गोदाम है. इसी गोदाम के बाजू में खुद की चिता रचकर आत्महत्या की. किन्ही गांव में शनिवार की रात मंडई का आयोजन इसके कारण वे मंडई में नाटक देखने गए थे. तडके वे मंडई से खेत में पहुंचे. उन्होंने पहले खेत की लकडी जमा की. फिर चिता रचकर उसपर खास बिछाया. वहां पान का बीडा मिलने के कारण उन्होंने पहले चिता की पूजा की, ऐसा स्पष्ट होता है. पूजा करने के बाद वे चिता पर चढे और खुद को आग लगा ली. मगर यह समझ में आता तब तक आधे से ज्यादा लाश जल चुकी थी. पुलिस ने घटनास्थल का पंचनामा कर लाश पोस्टमार्टम के लिए बेलतुर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में रवाना की. पुलिस ने फिलहाल आकस्मिक मौत का मामला दर्ज कर तहकीकात शुरु की. आत्माराम धार्मिक प्रवृत्ति के व्यक्ति थे. वे वारकरी संप्रदाय के अनुयायी थे. उम्र अधिक होने के कारण हमेशा बीमार रहते थे. मगर उन्हें कोई बडी बीमारी नहीं थी, ऐसी जानकारी उनके करीबियों ने दी. आर्थिक स्थिति उनकी अच्छी थी. सारा लेनदेन उनका बेटा करता था. इसलिए उनके सामने आर्थिक समस्या भी नहीं थी. फिर भी उन्होंने इतना घातक कदम क्यों उठाया, यह अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है.