विदर्भ

कोरोना से हवाई उड़ान में बदलाव

यात्रियों ने महसूस किया बदले नियमों को

नागपुर/प्रतिनिधि दि.१५कोरोना महामारी ने सभी की जीवनशैली बदली है. कार्य संस्कृति को बदलना पड़ा है. हवाई यात्रा भी इससे परे नहीं है. गत वर्षभर में कोरोना प्रतिबंधक मार्गदर्शक तत्वों के कारण हवाई उड़ान में काफी बदलाव होने के साथ ही यात्रियों को इसका सामना करना पड़ रहा है.
कोरोना के आगमन के बाद 25 मार्च से 25 मई 2020 दरमियान देशांतर्गत और अंतर्राष्ट्रीय विमान सेवा बंद रखी गई थी. इसका फटका नागरिकों को बैठा. केवल विदेश में रहने वाले भारतीयों के लिये वंदे भारत मिशन अंतर्गत हवाई यात्रा शुरु थी. कोरोना संक्रमितों की संख्या नियंत्रण में होने की बात ध्यान में आते ही 25 मर्ई से देश अंतर्गत विमान सेवा शुरु हो गई. इस समय आरटीपी सीआर जांच की रिपोर्ट निगेटीव होना चाहिए, स्वास्थ्य सेतु ऍप में ग्रीन स्टेटस होना जरुरी, यात्रा दरमियान फेस शिल्ड, पीपीई किट और मास्क का इस्तेमाल करना, विमानतल पर थर्मल स्क्रीनिंग के माध्यम से शरीर का तापमान जांचना, गृह विलगीकरण के लिये शपथ पत्र भरकर देना, हाथ पर गृह विलगीकरण का स्टैम्प मारना, इन नियमों का पालन करना पड़ता था. कुछ महीनों में ही गृह विलगीकरण का स्टैम्प व शपथपत्र भरकर देने के नियम बंद हो गए. विमानतल पर यात्रियों के सिर्फ थर्मल स्क्रीनिंग होने लगे.
पीपीई किट की अनिवार्यता भी अब नहीं रही. लेकिन हवाई सेवा प्रदान करने वाली कंपनियों ने यात्रियों के लिए फेसशिल्ड का इस्तेमाल करना बंधनकारक रखा है.वर्षभर में विमान यात्रा में संबंधित मार्गदर्शक तत्वों में समय-समय पर बदलाव होने के साथ ही उसे विमानतल प्रशासन व्दारा अमल में लाया जा रहा है.

  • सद्य स्थिति इस तरह है

नागपुर विमानतल पर राज्य के बाहर से आने वाले सभी यात्रियों को आरटीपीसीआर जांच की निगेटीव रिपोर्ट अनिवार्य नहीं. सभी यात्रियों का विमानतल पर थर्मल स्क्रिनिंग किया जाता है. सुरक्षित इस्तेमाल का जतन न करने वाले, पूरे समय मास्क न लगाने वाले यात्रियों पर ध्यान देते हुए कोरोना प्रतिबंधक मार्गदर्शक तत्वों का पालन करने के लिये एक विशेष टीम का गठन किया गया है.

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