* जिप हाईस्कूल के प्रांगण पर प्रबोधन कार्यक्रम
चांदुर रेलवे/दि. १९-खारगर में हुए महाराष्ट्र भूषण समारोह में लू लगने से १४ लोगों की मौत होने की घटना हुई. इस भयंकर घटना से ध्यान हटाने के लिए जानबूझकर राष्ट्रवादी कांग्रेस शिंदे-फडणवीस सरकार को समर्थन देकर अजीतदादा पवार की ब्रेकिंग चलाई जा रही है, यह बात विधान परिषद के एमएलए अमोल मिटकरी ने कही. चांदूर रेल्वे शहर के जिला परिषद हाईस्कूल के प्रांगण में छत्रपति शिवाजी महाराज, फुले व आंबेडकर कृतज्ञ समाज प्रबोधन पर कार्यक्रम में वे बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि, शिवाजी महाराज के सत्ताकाल में पराई महिला के बारे में अनादर किया तो उस व्यक्ति के हाथ-पैर काट देने के आदेश दिए जाते थे. इस क्रम में छत्रपति शिवाजी महाराज ने सखुजी गायकवाड की आंखे और दायां हाथ-पैर कटवा किदया था. महाराज ने राज्य में मंदिरों का निर्माण किया, लेकिन मस्जिदें नहीं तोड़ी. इस बार रामनवमी की शोभायात्रा में पहली बार देश में ७ राज्यों में दंगे भड़के. नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी पर गोलियां चलाई थी, उस समय गांधीजी ने हे राम कहा था, लेकिन योगी आदित्यनाथ सरकार के कार्यकाल में दो आरोपियों का एनकाउंटर कर दिया. मारने वालों ने जय श्रीराम के नारे बुलंद किए. जिस प्रभु श्रीराम कावे मर्यादा पुरुषोत्तम कहा जाता है, राम-राम कहने पर हमारे अंत:करण में आदर निर्माण होता है. राम के भजन गाने वाले मुस्लिम गायक, मंदिर निर्माण कार्य में योगदान देने वाले में मुस्लिम, गुलाल बेचने वाले और रामफल बेचने वाले मुस्लिम के बीच कोई विवाद नहीं आता. उसी श्री राम का इस्तेमाल सत्तारुढ द्वाराा किया जा रहा है. मस्जिद के सामने से शोभायात्रा निकालने के दौरान जातिय दंगे भडके, जिसमें मुस्लिमों को टारगेट किया गया. अमोल मिटकरी ने आगे कहा कि, जिस प्रकार पुलवामा हमले को लेकर सत्यपाल मलिक ने मौन तोडा. आरडीएक्स विस्फोट में ४० फौजी जवान शहीद हो गए. यह किसकी साजिश थी. इस मुद्दे से ध्यान हटाने के लिए माफिया अतीक अहमद और अशरफ अहमद की यूपी में सरेआम हत्या कर दी गई. भले ही यह दोनों अपराधी थे, लेकिन उन्हें अपना पक्ष रखने का अधिकार है. जिप हाईस्कूल के प्रांगण में हुए कार्यक्रम में विधायक प्रणीती शिंदे, विधायक धीरज लिंगाडे, पूर्व विधायक वीरेंद्र जगताप, सुनील वर्हाडे, पूर्व जिप अध्यक्ष नितीन गोंडाणे, पंस सदस्य अमोल होले, मनोज कडू, शिट्टू सूर्यवंशी, गणेश रॉय, वर्षा देशमुख, वैष्णवी जगताप, सुनील मिटकरी, पंकज वानखडे, नितीन कनोजिया, रवि बिरे, समेत अनेक गणमान्य मंचासीन थे.
* शहर में निकाली रैली
इस कार्यक्रम के पूर्व प्रणिती शिंदे और विधायक धीरज लिंगाडे की ओपन जीम में ढोल ताशा के साथ शहर में रैली निकाली गई. इस अवसर पर जबरदस्त आतिशबाजी की गई. मंच पर विद्युत रोशनाई की गई. इस कार्यक्रम में जिले से हजारों नागरिक सहभागी हुए. कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पूर्व नगराध्यक्ष शिट्टू सूर्यवंशी, अमोल होले, श्रीनिवास सूर्यवंशी, परिक्षित जगताप, गोटू गायकवाड, देवानंद खुने, सारंग देशमुख, सतपाल वरठे, सुमेश सरदार, वैभव मलवार, सतीश देशमुख, शहजाद सौदागर, पंकज मेश्राम, गजानन चवरे, प्रफुल्ल कोकाटे, रितेश शेलके, भीमा पवार, नवीन तिखे, नितीन चौधरी, सनी सावंत, अजय देसाई ने प्रयास किए.
अभिवचन पर कायम हूं
विधायक धीरज लिंगाडे ने इस कार्यक्रम में कहा कि, पुरानी पेंशन लागू करने के लिए दिए गए अभिवचन पर मैं कायम हूं. इसके लिए प्रयासरत रहूंगा. पूरा जीवन महात्मा फुले ने शिक्षा के लिए समर्पित किया. लेकिन अब राज्य में नौकर भर्ती ठेकेदारी पद्धति पर शुरु है. शिक्षकों के अनेक पद रिक्त है. जिसके कारण बच्चों की शिक्षा का प्रश्न निर्माण हो गया है. शिक्षक नहीं होंगे तो विद्यार्थियों का भविष्य खतरे में पड़ जाएगा. इस पर राज्य सरकार को तुरंत ध्यान देने की आवश्यकता है.