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अवैध व्यवसाय बंद करने की मांग
धामणगांव रेलवे/दि.25 – शराब के नशे में हुए विवाद में दोस्त की हत्या किये जाने की घटना सावला गांव में घटीत हुई. अवैध शराब बिक्री के चलते इस तरह की घटनाएं बढने से ग्रामवासियों ने अवैध व्यवसाय बंद कराने की मांग की है.
यहां बता दे कि शहर से 7 किमी दूरी पर स्थित सावला गांव में रविवार देर रात 12 बजे के करीब गांव के रामभाऊ काकडे (45) की हत्या किये जाने की सनसनीखेज घटना सामने आयी. दत्तापुर पुलिस के मुताबिक रामभाऊ काकडे और स्वप्नील मुन इन दोनों को शराब पीने की आदत थी. शराब पीने के आदत से ही दोनों में अच्छी-खासी दोस्ती हो गई थी और वे दोनों बीते दो दिनों से एकसाथ बैठकर शराब पी रहे थे. दोनों का शराब के नशे में शराब को लेकर ही विवाद हुआ. इसके बाद स्वप्नील मुन ने रामभाऊ काकडे के सिर पर लाठी से जोरदार हमला कर दिया. जिससे रामभाऊ की घटनास्थल पर ही मौत हो गई. वहीं आरोपी स्वप्नील घटनास्थल से फरार हो गया. दत्तापुर पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर हत्या का अपराध दर्ज किया. थानेदार ब्रह्मदेव शेलके ने तत्काल आरोपी को ढुढने के लिए मुहिम चलाई, उस समय आरोपी स्वप्नील मुन को एक खेत से हिरासत में लिया गया. पता चला है कि आरोपी स्वप्नील हाल ही में सावला गांव लौटा था. बीते कुछ वर्षाें से वह परिवार के सदस्यों के साथ गुजरात में दिहाडी मजदूरी करता था. कोेरोना लॉकडाउन के चलते वह अपने गांव सावला आया था. गांव में अवैध रुप से शराब मिलने से वह अपना शौक पूरा कर रहा था.इसके बाद शराब शौकीन लोगों से वह पहचान बढाकर उनके साथ बैठकर शराब पीता था. ग्रामवासियों ने मांग की है कि गांव में आसानी से अवैध रुप से शराब मिल रही है, जिसके चलते यह घटनाएं सामने आ रही है. इसलिए सबसे अवैध शराब पर अंकुश लगाना चाहिए. मामले की जांच थानेदार ब्रह्मदेव शेलके के मार्गदर्शन में दत्तापुर पुलिस कर रही है.
अवैध शराब से पारिवारिक विवाद भी बढे है
बीते कुछ दिनों से गांव में आसानी से मिल रही अवैध शराब की वजह से पारिवारिक विवाद भी बढ गए है. रोजाना गांव में छोटे-मोठे झगडे हो रहे है. अवैध व्यवसाय पर रोक लगाने के लिए ग्रामपंचायत एक प्रस्ताव के अनुरुप शिकायतें भी दी गई है, लेकिन कोई भी फायदा नहीं उठा रहा हेै.
– विजेंद्र दरवडकर, सरपंच, सावला
गांव में कोेरोना के दौर में अवैध शराब का व्यवसाय बडे पैमाने पर बढ गया है. अवैध व्यवसाय करने वाले के खिलाफ पुलिस ने हाल ही में कार्रवाई की है. बावजूद इसके अवैध व्यवसाय चल ही रहे है.
– कविश मेटे, पुलिस पाटिल सावला