बेटे के पिंडदान के लिए गई मां के साथ तीनों की कोरणी घाट में डूबकर मौत
मृतक नागपुर शहर के हिंगना के रहने वाले

गोंदिया /दि.9– छोटे बेटे का पिंडदान करने के लिए गोंदिया तहसील के कोरणी घाट पर गई मां और दो मौसेरी बहन की कोरणी घाट में डूबने से मृत्यु हो गई. यह घटना 8 जून को दोपहर 12.30 बजे के दौरान घटित हुई. मृतकों के नाम मीरा ईसुलाल तुरकर (55), मिनाक्षी संतोष बघेले (36) और स्मीता शत्रुघ्न टेंभरे (39) है. तीनों नागपुर शहर के हिंगना परिसर के राजीव नगर वार्ड नंबर-4 के रहने वाले है.
मृतक मिरा इसुलाल तुरकर के छोटे बेटे मुकेश तुरकर का निधन 30 मई 2025 को हुआ था. उसके पिंडदान के लिए गोंदिया तहसील के कोरणी घाट पर 8 जून की दोपहर 2 बजे 20 से 25 लोग गये थे. दोपहर 12.30 बजे पूजा करने के पूर्व नहाने के लिए महिलाएं घाट मेंं उतरी. मुकेश तुरकर की भाभी गायत्री राजेश खेडकर नहा रही थी, तब उसका पैर फिसलने से वह पानी में गिर गई. उसे बचाने के लिए मिनाक्षी संतोष बघेले कूद पडी. लेकिन वह भी डूबने लगी. दोनों को डूबते देख स्मीता टेंभरे ने छलांग लगाकर उन्हें बचाने का प्रयास किया. लेकिन वह भी डूब गई. तीनों को डूबते समय मीरा तुरकर ने उन्हें बचाने का प्रयास किया. तब इस प्रयास में उसे भी अपनी जान गंवानी पडी. रावणवाडी पुलिस ने आकस्मिक घटना दर्ज की है. पुलिस निरीक्षक वैभव पवार के मार्गदर्शन में जांच जारी है.
* छोटे बालक के चिखने से गायत्री की जान बची
चारों महिलाएं डूबती देख इसी पिंडदान के लिए आये एक बालक ने चिखना शुरु किया. इस कारण पिंडदान की प्रक्रिया में उपस्थित लोग घटनास्थल की तरफ दौड पडे. एक व्यक्ति ने तत्काल घाट में कूदकर गायत्री राजेश तुरकर को बचा लिया. लेकिन मिनाक्षी बघेले, स्मीता टेंंभरे और मिरा तुरकर को बचाने में सफलता नहीं मिली. इन तीनों महिलाओं की डूबने से मृत्यु हो गई.
* मृतक मूल गोंदिया तहसील के
इस घटना की तीनों मृतक महिला गोंदिया तहसील के गिरोला कन्हारटोला की रहने वाली है. रोजगार की तलाश में वह नागपुर के जिंगना में पिछले कुछ वर्षों से रहती है. लेकिन अपने पूर्वजों का पिंडदान कोरणी घाट पर ही होने से मुकेश तुरकर के पिंडदान का भी कार्यक्रम करने की इच्छा परिवार के सदस्यों की थी. इस कारण वे नागपुर से कोरणी घाट गये थे.