नांदेड/दि.23 – त्रिपुरा की कथित घटना के पश्चात राज्य के अमरावती, मालेगांव, नांदेड में हुई हिंसा के चलते राज्य में राजनीति गर्माने लगी है. दंगों की गहन जांच की मांग को लेकर सोमवार को राज्यस्तर पर भाजपा व्दारा जिलाधिकारी कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया गया. जिसमें नांदेड में पूर्व कृषि मंत्री डॉ. अनिल बोंडे के नेतृत्व में जिलाधिकारी कार्यालय पर आंदोलन किया गया.
आंदोलन में बगैर नाम लिए डॉ. बोंडे ने लोक निर्माण मंत्री अशोक चव्हाण की आलोचना की थी. डॉ. बोेंडे व्दारा आलोचना किए जाने पर अशोक चव्हाण ने डॉ. बोंडे पर पलट वार करते हुए कहा कि अमरावती दंगे के आरोपी डॉ. बोंडे मुझे न सिखाए और उन्होंने अपने पर किए गए आरोप को हास्यपद बताया. अशोक चव्हाण ने कहा कि डॉ. बोंडे का मानसिक संतुलन खराब हो चुका है जिसकी वजह से वे किसी पर भी आरोप लगा रहे है.
डॉ. अनिल बोंडे ने लगाया राज्य सरकार पर आरोप
नांदेड में हुई हिंसा की घटनाओं को अंजाम देने वाले आरोपियों को सरकार व्दारा आश्रय दिए जाने का सनसनीखेज आरोप पूर्व कृषिमंत्री डॉ. अनिल बोंडे ने लगाया था. अमरावती मालेगांव तथा नांदेड के दंगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई किए जाने की मांग करते हुए भाजपा ने यहां जिलाधिकारी कार्यालय के सामने धरना आंदोलन किया. जिसमें डॉ. अनिल बोंडे ने नांदेड दंगे की जांच उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश के माध्यम से किए जाने की मांग की.