विदर्भ

और एक करोड की धोखाधडी का मामला हुआ उजागर

नागपुर/दि.10 – जय श्रीराम अर्बन क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी मर्यादित, गणेशनगर, नागपुर की और एक करोड की धोखाधडी आर्थिक अपराध शाखा पुलिस ने सोमवार को उजागर की. 8.76 करोड की धोखाधडी पहले ही सामने आ चुकी है. अब आंकडा 9 करोड पार हो गया है. पुष्टि करते हुए आर्थिक अपराध शाखा की पुलिस निरीक्षक मीना जगताप ने कहा कि, अभी तक 213 निवेशकोें की शिकायतेें पहुंच चुकी हैं. कम समय में अधिक ब्याज और अन्य लाभ के लालच में लोगों ने जमा पूंजी तक निवेश कर रखा है. सोसाइटी 11-12 प्रतिशत ब्याज देने की लालच देती थी. कुछ लोग तो मालामाल हो गए, लेकिन अनेक कंगाल हो गए.

आरोपियों की संख्या बढने की संभावना

आर्थिक अपराध शाखा पुलिस इस मामले में योगेश चरडे, अभिषेक मेहरकुरे, अंकुश कावरे, अशोक दुरबुडे, सुनील पोल, अर्चना टेके और मुख्य आरोपी खेमचंद मेहरकुरे को गिरफ्तार कर चुकी हैं. सभी न्यायिक हिरासत के तहत सेंट्रल जेल में बंद हैं. आरोपी विजय चिकटे, राजेश पोल, संदीप पेंदाम और पुष्पा गोटमारे की तलाश जारी है. पुष्पा गोटमारे की तबियत खराब चल रही है, बाकी तीन आरोपी फरार बताए जा रहे हैं. पुलिस ने आरोपियों की संख्या और बढने की संभावना जताई है. दिनेश पडेगांवकर (तुलसीबाग रोड, नागपुर) निवासी की शिकायत पर सोसायटी की पोल खुली. पूजापाठ का काम करनेवाले दिनेश ने जीवनभर की पूंजी का इस सोसायटी के पास निवेश किया, लेकिन वादे के अनुसार कोई लाभ नहीं मिला, तो दिनेश ने कोतवाली थाने में शिकायत की. उसके बाद इस सोसायटी की धोखाधडी उजागर होने लगी. मामला करोडों से जुडा होने के कारण आर्थिक अपराध शाखा पुलिस को जांच की जिम्मेदारी दी गई.

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