विदर्भ

ठेकेदारों के शोषण से बचाने की जाएगी व्यवस्था : फडणवीस

महावितरण के ठेका कर्मियों के खाते में जमा होगा वेतन

नागपुर / दि.२४-राज्य के उपमुख्यमंत्री व ऊर्जा मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि, ठेका कर्मियों को ठेकेदारों के शोषण से बचाने के लिए व्यवस्था की जाएगी. महावितरण ठेका कर्मियों के बैंक खातों में वेतन जमा किया जाएगा. महावितरण में कार्य करने वाले ठेका कर्मचारियों का ठेकेदारों द्वारा आर्थिक शोषण किया जाता है. ऐसे ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग विप सदस्य जानकर ने सदन में उप मुख्यमंत्री से की थी. जिस पर उन्होंने उक्त बात कही. प्रश्नोत्तर के माध्यम से विधायक प्रवीण दटके, चंद्रशेखर बावनकुले व नागो गाणार ने सवाल किया कि, राज्य भर में महावितरण में ४० हजार कर्मचारी कम वेतन व अन्य कोई लाभ न लेते हुए कार्य कर रहे है. इन्हें स्थायी करने की मांग की जा रही है. फडणवीस ने जानकारी दी कि, महावितरण में अक्टूबर २०२२ तक वर्ग ३ और ४ सवंर्ग के तकनीक व अतकनीक कामगारों के करीब २६,६४८ पद रिक्त है. लेकिन महानिर्मिती व महापारेषण में लाइटमैन कामगार का पद नहीं है. महानिर्मिती में करीब १७ हजार ४४३ ठेका कर्मचारी है और महापारेषण में ३९४० तथा महावितरण में इनकी संख्या २१ हजार ५५१ है. कंपनी में रिक्त पदों के लिए भर्ती की जाती है. जिसमें ठेका कर्मचारी भी शैक्षणिक पात्रता नुसार आवेदन कर सकते है.
भर्ती प्रक्रिया में प्राथमिकता देने का प्रयास
पूर्व ऊर्जामंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि, ठेका में कार्य करनेवाले कर्मचारी अनुभवी होते है. आईडीआई अप्रेंटिशिप वालों को भर्ती में २५ अंकों की छूट दें. फडणवीस ने उनकी मांग को मंजूर करते हुए कहा कि, सरकार प्रयास करेंगी कि, सरकार का यह प्रयास रहेगा कि, भर्ती प्रक्रिया में उन्हें प्राथमिकता मिलें. बिजली वितरण को निजी हाथों में देने के अमोल मिटकरी के सवाल पर फडणवीस ने कहा कि, यह निजीकरण नहीं वितरण लाइसेंस व फ्रेंजाइजी का विषय है. केंद्र ने इस संदर्भ में कानून बतनाया है. फ्रेंजाइजी वहां देते है, जहां वितरण हानि अधिक होती है. जहां फे्ंरजाइजी दी गई वहां सेवा में सुधार के साथ ही नुकसान भी कम हुआ है.

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