अचलपुर मंडी में एमपी से ढाई लाख बोरे मका की आवक
अचलपुर/ दि. 9– अचलपुर और समीप की तहसील में मका का उत्पादन न लिए जाने से इस तहसील से मका की आवक काफी कम रहती है. लेकिन इस कमी को मध्यप्रदेश राज्य ने दूर कर दिया है. इस वर्ष मध्यप्रदेश में पोषक नैसर्गिक वातावरण के कारण मका का काफी उत्पादन हुआ है. अचलपुर उपज मंडी में 2 हजार रूपए प्रति क्विंटल से 2200 रूपए प्रति क्विंटल के भाव मिलने से किसान साप्ताहिक बाजार के दिन भारी मात्रा में मका बिक्री के लिए ला रहे है. उपज मंडी में अन्य कृषि माल से सर्वाधिक मका दिखाई दे रहा है. आदिवासी महिला और पुरूष किसानों की भारी भीड मंडी में देखने मिल रही है.
अचलपुर उपज मंडी में इस वर्ष मक्के की भारी आवक हुई है. अब तक 2 लाख 58 हजार 162 बोरे मके की बिक्री की गई है. नवंबर 2023 से उपज मंडी में मका आने की शुरूआत हुई. इस माह में 2 लाख 70 हजार 62 बोरे मका बिक्री के लिए लाया गया तथा शेष मका दिसंबर माह में लाया गया. दिसंबर के अंत तक यह आवक 30 लाख कट्टे तक पहुंचने की संभावना दशाई जा रही है.मका के मुताबिक सोयाबीन की भी अच्छी आवक हुई है. यह आवक दिसंबर और जनवरी माह तक शुरू रहनेवाली है. इस वर्ष सोयाबीन के 71 हजार 173 बोरे, गेहूं 223 बोरे और तुअर के 205 बोरों की बिक्री हुई है. इसके बदले उपज मंडी को 24 लाख 84 हजार 985 रूपए आय हुई है. मका के 31 लाख ऐसे कुल 53 लाख 75 हजार उपज मंडी को आय प्राप्त हुई है.
* अचलपुर मंडी पसंद
मध्यप्रदेश अथवा मेलघाट के आदिवासी किसानों को माल के उचित दाम मिल रहे है और सभी प्रक्रिया पारदर्शक होने से मंडी में माल की आवक काफी बढ गई है. दुविधा के समय किसानों को सभी तरह की सहायता की जाती है. उपज मंडी में किसानों का विश्वास संपादित किया है. किसानों को अधिक से अधिक समाधान कैसे मिलेगा. इस बाबत हमारे प्रयास रहते है.
राजेंद्र गोरले, सभापति