* बहूल क्षेत्र में मजिप्रा का मनमाना कारोबार
चिखलदरा/दि.07– पर्यटन नगरी चिखलदरा तहसील के मरियमपुर में 200 से 300 आदिवासी परिवार रहते है. यह परिसर चिखलदरा नगर पालिका क्षेत्र में आता है. लेकिन इस परिसर में आदिवासियों की आर्थिक परिस्थिति काफी भयावह है. आदिवासी बंधुओं को रोजगार का कोई साधन नहीं है. मजदूरी पर उनका पालन-पोषण निर्भर है. इसके बावजूद 31 जनवरी से मरियमपुर गांव की जलापूर्ति बंद किए जाने से आदिवासी बंधुओं को पेयजल भी उपलब्ध नहीं हो रहा है. पेयजल के लिए भी इन आदिवासियों को भटकना पडता रहने से 5 फरवरी को ग्रामवासी चिखलदरा पुलिस स्टेशन और तहसील कार्यालय पहुंचे और उन्होंने पानी की समस्या से संबंधितों को अवगत कराया. प्रशासन द्वारा इस समस्या को गंभीरता से लेकर मरियमपुर ग्राम में पानी की सुविधा करने की मांग आदिवासी बंधुओं ने की है.
* नहीं मिल रहा पानी
31 जनवरी से मरियमपुर में जलापूर्ति बंद है. इस कारण हमें पेयजल नहीं मिल रहा है. ग्रामवासियों के साथ हम तहसील कार्यालय तथा पुलिस स्टेशन में शिकायत देने के लिए गए थे.
– गीता जामकर, पूर्व नगराध्यक्ष, चिखलदरा.
* समस्या हल करने के प्रयास जारी
जलापूर्ति विभाग के सीईओ से संपर्क कर अवगत कराया गया है. आदिवासी बंधुओं की जलापूर्ति बंद करना गंभीर बात है. मेलघाट जैसे बहुल क्षेत्र में आदिवासी बंधुओं की जलापूर्ति बंद न करने का अनुरोध वरिष्ठों से कर समस्या को हल करने के प्रयास जारी है.
– आशीष तालेवार, नायब तहसीलदार, चिखलदरा.
* अधिकारियों को दी गई जानकारी
मरियमपुर ग्राम के आदिवासी गांव की जलापूर्ति बंद करने की जानकारी देने पुलिस स्टेशन आए थे. जलापूर्ति विभाग के अधिकारियों से चर्चा की गई है. अधिकारियों और ग्रामवासियों के बीच समझौता करवाने के प्रयास किए जा रहे है.
– आनंद पिदुरकर, थानेदार, चिखलदरा.