वाट्सएप पर संदेश भेजकर प्रकरण प्रभावित करने की कोशिश
हाईकोर्ट (High Court) ने दिये जांच के आदेश
नागपुर/दि.27 – बॉम्बे हाईकोर्ट की नागपुर खंडपीठ में विचाराधीन एक मामले में सीधे हाईकोर्ट जज को वाट्सएप पर संदेश भेजकर प्रकरण प्रभावित करने की कोशिश की गई है. पक्षकार की इस हिमाकत पर नाराज न्यायमूर्ति रोहित देव ने शुक्रवार को जांच के आदेश दिए हैं. हाईकोर्ट ने न्यायिक रजिस्ट्रार को एक सप्ताह में जांच कर संदेश भेजनेवाले की सारी जानकारी निकालने के आदेश दिए है.
जानकारी के अनुसार वाठोडा पुलिस थाने में एक भूखंड अनियमितता प्रकरण में आरोपी अमरदीप सिंह बघ्घा की अग्रीम जमानत याचिका न्या. रोहित देव की खंडपीठ में विचाराधीन थी. शुक्रवार को मामले की सुनवाई रखी गई थी. इस प्रकरण से जुडे एक व्यक्ति ने हाईकोर्ट के जज की परिचित एक महिला को केस नंबर और एक संदेश भेजा. इसमें लिखा कि, प्रकरण में आरोपी को अग्रीम जमानत न दी जाए. इस परिचित व्यक्ति ने यह पोस्ट सीधे जज को फॉरवर्ड कर दिया.
मामला जब सुनवाई के लिए बोर्ड पर आया तो न्या. रोहित देव ने इस घटना का जिक्र करते हुए मामले में जांच बैठा दी. उन्होंने अपने आदेश में लिखा कि उनकी परिचित महिला एक गृहिणी है, जिसे मामले की गंभीरता शायद ठीक से समझ नहीं आई. वह प्रकरण से संबंधित व्यक्ति के झांसे में आ गई और संदेश सीधे जज को भेज दिया. ऐसे में मामले की जांच करके यह पता लगाना जरूरी हैे कि आखिर यह किस के दिमाग की खुराफत है. इससे यह साफ होता है कि कोई व्यक्ति है, जो न्यायदान की प्रक्रिया को प्रभावित करना चाहता है. ऐसे में हाईकोर्ट ने इस मामले की जांच बैठाई है.