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उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने दी जानकारी
उस्मानाबाद/दि.19 – निजी अस्पतालों में मरीजों से ज्यादा बिल वसूलने की शिकायतों के मद्देनजर अब राज्य के सभी निजी अस्पतालों में ऑडिटर नियुक्त करना अनिवार्य कर दिया गया है. यह जानकारी उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने शुक्रवार को उस्मानाबाद में आयोजित पत्रकार परिषद में दी.
अजित पवार और स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने उस्मानाबाद दौरे के दौरान जिलाधिकारी कार्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए अजित पवार ने कहा कि पूरा विश्व इस समय कोरोना की तीसरी लहर के कारण खौफ में है. महाराष्ट्र में तीसरी लहर से निपटने की तैयारियों के लिए सर कार पूरी तरह से तैयार है. हम अवलोकन कर रहे हैं कि क्या सभी जिलों में दवाओं की पर्याप्त आपूर्ति है? क्या पर्याप्त एंबुलेंस उपलब्ध हैं? क्या बेड उपलब्ध है? क्या शिशुओं के लिए अलग-अलग वेंटिलेटर हैं? जहां भी किसी चीज की कमी होगी, सरकार की ओर से उसकी पूर्ति की जाएगी.
विधायकों को एक करोड़ खर्च करने की छूट
कोरोना के निवारण के लिये बिजली, पानी और सड़कों के संबंध में यदि कोई समस्या आती है तो जिलाधिकारी को तत्काल समाधान करने के लिये कहा गया है और विधायकों को 4 करोड़ में से 1 करोड़ रुपए कोरोना उपचार के लिये खर्च करने की अनुमति दी गई है. उस्मानाबाद के मेडिकल कॉलेज के लिए जगह की समस्या को भी जल्द ही हल किया जाएगा.