विदर्भ

औरंगाबाद नाशिक के शराब कारखानों पर छापा

 टै्नस चोरी को लेकर जीएसटी गुप्त वार्ता संचालनालय की कार्रवाई

हिं.स./ दि.१

औरंगाबाद – टै्नस चोरी के संदेह पर औरंगाबाद स्थित बहुराष्ट्रीय शराब निर्माण कारखाना और नाशिक के बगैस आधारीत डिस्टलरी के कारखाने पर जीएसटी गुप्त वार्ता संचालनालय औरंगाबाद विभाग और नाशिक प्रादेशिक विभाग के अधिकारियों ने एकसाथ छापा मारा. दस्तावेजों की छानबीन करने पर पाया गया कि जुलाई २०१७ से २४ जुलाई २०२० के बीच कर दाताओं ने २.०९ करोड रुपए जीएसटी अदा नहीं किया बल्कि चोरी छिपे ११.५९ करोड रुपए मुल्य की २१.०९ लाख लीटर शराब निर्माण की. यह शराब मनुष्य की सेहत के लिए घातक है. इन दोनों कारखानों को कुल १.१६ करोड रुपए टै्नस जमा करना अपेक्षित था. जो उन्होंने नहीं किया. दोनों कारखानों व्दारा नियमों का उल्लंघन करने की बात अधिकारियों ने कही है.इसके अलावा इन कारखानों ने दोनों कार्यालयों को अंधरे में रखकर बडे पैमाने पर शराब की मंजूरी छिपा रखी थी. अधिकारियों व्दारा दस्तावेज खंगालने पर कही अनियमितताएं सामने आयी है. छापे के दौरान स्पष्ट हुआ कि औरंगाबाद की बहुराष्ट्रीय शराब कंपनी ने बिअर उत्पादन के लिए बार्ली तैयार करने की प्रक्रिया, ड्रफ, स्पेंट वार्ट की मंजूरी छिपा रखी थी. दस्तावेजों की पडताल में यह भी पाया गया कि जुलाई २०१७ से जून २०२० के कार्यकाल में कर दाताओं ने ७१,०८,९४० रुपए जीएसटी अदा नहीं किया और १,२६,३८,११५ किला ड्रफ, स्पेंट वार्ट की स्वीकृति प्रदान कर दी.

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