विदर्भ

बांस से बने ईंधन से उडेंगे विमान

गडचिरोली को हब के रूप में विकसित किया जाएगा

नागपुर प्रतिनिधि/दि.७- कुछ सीमित उपयोग में आनेवाला बांस अब महाराष्ट्र की तस्वीर बदल सकता है. बांस से इथेनॉल और एविएशन फ्यूल तैयार किया जा रहा है. शीघ्र ही इसका व्यापारिक उत्पादन शुरू किया जाएगा. यात्री और लडाकू विमानों के लिए यह स्वदेशी और अपेक्षाकृत सस्ता इंधन साबित होगा. इसके लिए गडचिरोली को एक हब के रूप में विकसित किया जाएगा.
लघु एवं मध्यम उद्योग मामलों के केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने शुक्रवार अनौपचारिक चर्चा में बताया कि आनेवाले समय में बांस काफी उपयोगी साबित होनेवाला है. अभी तक बांस का सिर्फ पारंपारिक उपयोग ही किया जा रहा था, लेकिन अब बांस से कपडे, इथेनॉल और हवाई जहाज के इंधन का भी निर्माण किया जा रहा है. यात्री विमान में इसका प्रयोग सफल भी रहा है. साथ ही राष्ट्रीय पर्यावरण अभियांत्रिकी अनुसंधान संस्थान (नीरी), नागपुर बांस से डीजल बनाने पर भी अनुसंधान कर रहा है.
उन्होंने बताया कि गडचिरोली को बास के बहुउपयोगी केेंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा. नागपुर हवाई जहाजों में ईंधन भरने का एक प्रमुख केंद्र है. ऐसे में बांस से बने एविएशन फ्यूल को यहां से विमानों में भरा जा सकता है. उन्होंने दावा किया कि इससे विदर्भ अंचल की तस्वीर बदल जाएगी.

  • जलमार्ग से होगी बांस की ढुलाई

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि भारत में 180 प्रजाति के बांस होते हैं. पूर्वोत्तर के राज्यों में बांस की बेहतर प्रजाति होती है. इसे देश के अलग-अलग क्षेत्रों में पहुंचाने के लिए जलमार्ग का नक्शा तैयार किया गया है. सडक मार्ग की अपेक्षा मात्र दस प्रतिशत खर्च में ही जलमार्ग से बांस का परिवहन संभव हो सकेगा.

Nitin-Gadkari-Amravati-Mandal

  • नागपुरी संतरे को मिलेगा नया बाजार

गडकरी ने बताया कि टेबल फू्रट के रूप में दुबई में नागपुरी संतरे को काफी पसंद किया जाता है. जल्द ही 50 कंटेनर नागपुरी संतरे वहां भेजे जाएंगे. उन्होंने बताया कि संतरा स्पेशल ट्रेन के पहले फेरे से कुछ सबक लिए गए हैं. अब यहां दिल्ली की ओर संतरा भेजते समय ट्रेन को भोपाल, ग्वालियर और अन्य प्रमुख स्टेशन पर रोक कर यहां भी नागपुरी संतरा उतारा जाएगा.

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