
* तैरने के लिए उतरे थे नदी में
भंडारा/दि.30– एमबीबीएस करने के उपरांत एमडी की पदव्युत्तर पदवी की पढाई कर रहे डॉ. दुर्गेश शरद भाजीपाले (शांती नगर) की कोलकाता के निकट मयापुर से होकर भगीरथ नदी में डूब जाने के चलते मौत हो गई. यह घटना सोमवार 28 अप्रैल को दोपहर 3.30 बजे के आसपास घटित हुई. डॉ. भाजीपाले अपनी एक महिला सहपाठी के विवाह में शामिल होने हेतु मयापुर पहुंचे थे और मयापुर में घूमने-फिरने के दौरान तैरने के लिहाज से भगीरथ नदी में उतरे. जिसके पानी में डूब जाने से उनकी मौत हो गई.
जानकारी के मुताबिक डॉ. दुर्गेश भाजीपाले ने मुंबई से एमबीबीएस की पदवी प्राप्त की थी और इस समय वे मुंबई में रहकर ही एमडी की पदव्युत्तर पदवी की पढाई कर रहे थे. एमबीबीएस करते समय अपनी सहपाठी रहनेवाली एक महिला डॉक्टर के विवाह में शामिल होने हेतु डॉ. भाजीपाले पश्चिम बंगाल स्थित मयापुर गए थे. जहां पर उनके अन्य कुछ महिला व पुरुष सहपाठी भी थे. सभी लोग 28 अप्रैल को भगीरथ नदी के किनारे पहुंचे. इस समय डॉ. दुर्गेश अपना चेहरा धोने की बात करते हुए नदीपात्र में उतरे और चेहरा धोते समय कपडे गिले हो जाने की वजह को आगे कर नदी में तैरने व नहाने की योजना बनाई. लेकिन नदीपात्र में उतरकर डूबकी लगाते समय डॉ. भाजीपाले गहरे पानी में डूब गए. जिन्हें बचाया नहीं जा सका.
* 27 को माता-पिता से हुई थी अंतिम भेंट
मयापुर में 29 अप्रैल को अपनी महिला सहपाठी का विवाह रहने के चलते डॉ. दुर्गेश भाजीपाले 27 अप्रैल को मुंबई से हावडा जाते समय भंडारा पहुंचे थे और अपने माता-पिता से मिले थे. जिसके बाद वे 28 अप्रैल की सुबह ट्रेन से कोलकाता पहुंचे और 28 अप्रैल को ही दोपहर 3 बजे के आसपास यह घटना घटित हुई. जिसकी जानकारी दुर्गेश के दोस्तो ने भंडारा में दुर्गेश के परिजनों को दी. जिसे सुनकर दुर्गेश के माता-पिता सहित उनके परिजनों पर दुखों का पहाड टूट पडा. दुर्गेश के पिता सेवानिवृत्त शिक्षक है और माता गृहिणी है. साथ ही दुर्गेश को एक छोटी बहन भी है. दुर्गेश का पार्थिव लाने हेतु भंडारा से तीन लोग मयापुर हेतु रवाना हुए है और मयापुर से दुर्गेश का पार्थिव आज 30 अप्रैल को शाम तक भंडारा लाया जाएगा. जहां उनके उनके पार्थिव पर अंतिम संस्कार किए जाएंगे.