नासिक/दि.11 – राज्य के बहुचर्चित बीएचआर घोटाले का मुख्य सूत्रधार रहनेवाला सुनील देवकीनंदन झंवर (जलगांव) को पुणे पुलिस ने नासिक में गिरफ्तार किया है. विगत अनेक दिनों से सुनील झंवर पुलिस को चकमा दे रहा था. अहमदाबाद व उज्जैन में रहने के बाद उसके नासिक पहुंचने की जानकारी मिलते ही पुणे पुलिस ने मंगलवार 10 अगस्त की सुबह उसे नासिक के पंचवटी परिसर से गिरफ्तार किया.
बता दें कि, सेवानिवृत्त शिक्षिका रंजना घोरपडे ने 17 लाख 8 हजार 542 रूपये का निवेश बीएचआर बैंक में किया था और उन्होंने अपने साथ जालसाजी होने की शिकायत पुणे के डेक्कन जिमखाना पुलिस थाने में दर्ज करायी थी. विभिन्न स्थानों से मिली शिकायतों के आधार पर पुलिस द्वारा की गई जांच में पता चला है कि, बीएचआर पतसंस्था में कुल 61 करोड 90 लाख 88 हजार 163 रूपये का घोटाला हुआ है. इस मामले में अवसायक जीतेंद्र कंडारे विगत 29 जून 2021 को पुलिस द्वारा इंदौर से गिरफ्तार किया गया. जिसके पश्चात मुख्य सूत्रधार सुनील झंवर पुलिस के रडार पर आया. हालांकि इससे पहले उसने जिला व उच्च न्यायालय में गिरफ्तारी पूर्व जमानत प्राप्त करने और अपनी गिरफ्तारी को टालने का प्रयास किया, लेकिन दोनों ही स्थानों पर उसकी जमानत याचिका खारिज हो गई. इस दौरान झंवर लगातार वेश बदलने के साथ ही अपने रहने के ठिकाणे भी बदल रहा था और पुणे पुलिस उसे अहमदाबाद व राजस्थान जैसे विभिन्न स्थानों पर खोज रही थी. इन्हीं सबके दौरान मंगलवार की सुबह नासिक के पंचवटी क्षेत्र में सुनील झंवर पुणे पुलिस के हत्थे चढ गया और आर्थिक अपराध शाखा की उपायुक्त भाग्यश्री नवटके के पथक ने उसे गिरफ्तार किया. पश्चात उसे पंचवटी पुलिस थाने लाया गया और अदालत के आदेश पर उसे पुणे ले जाया जायेगा.