* एक भाग का होने के बाद दूसरे भाग का काम
परतवाडा/ दि.17– शहर के सबसे भीड भाड वाले इलाके के बिच्छन नदी पर बना ब्रिटीश कालिन सफेद पुल शिकस्त हो गया. आखिर उसे कल शुक्रवार के दिन पूर्व नियोजन के अनुसार बुलडोझर तोड दिया गया. अब यहां नया पुल निर्माण किया जाएगा. इसे एक वर्ष की समयावधि लगेगी. पहले एक भाग का काम पूरा करने के बाद दूसरे भाग का काम किया जायेगा, ऐसी जानकारी राष्ट्रीय महामार्ग के शाखा अभियंता पी. एस. वासनकर ने दी.
परतवाडा से बैतुल मध्यप्रदेश सीमा तक सीमेंट रास्ते पर विभिन्न पुलों को काम करीब 270 करोड से अधिक लागत से किया जा रहा है. परंतु सफेद पुल का काम मंजूर होने के बाद भी पिछले सालभर से थमा हुआ था. इस पुल से शहर में जलापूर्ति करने वाली चंद्रभागा योजना की मुख्य पाइपलाइन होने के कारण यह पाइप लाइन स्थलांतरित करने के लिए राष्ट्रीय महामार्ग प्राधिकरण ने अचलपुर नगर पालिका को पत्र दिया था. परंतु इस प्रक्रिया में भारी लापरवाही बरती गई, जिससे पुल का काम थमा रहा. आजादी से पहले बने सफेद पुल को तोडकर वहां नए पुल का निर्माण कार्य करने के लिए बाधा निर्माण हो रही थी. आखिर कुछ दिन पूर्व नगर पालिका ने जलापूर्ति की पाइप लाइन स्थलांतरित कर दी.
उसके बाद राष्ट्रीय महामार्ग प्राधिकरण ने कल तय की एजेंसी के माध्यम से पुल तोडकर नए पुल निर्माण का कार्य शुरु कर दिया है. यह ब्रिटीश कालिन पुल की आयु समाप्त होने के कारण किसी भी वक्त वह ढह सकता था. इसके कारण इससे पहले ही पुल को सटकर 1997 में अचलपुर सार्वजनिक निर्माण कार्य विभाग ने दूसरा पुल निर्माण किया. एक ही स्थान पर सटे दो पुल में से एक पुल जाने वाला और दूसरा पुल आने वाला यातायात अलग किया तब से इस पुल से दोनों ओर के यातायात की व्यवस्था शहर के अस्तित्व में आयी. यह मार्ग 2017 में राष्ट्रीय महामार्ग में परिवर्तित हुआ. राष्ट्रीय महामार्ग अंतर्गत दर्जा बढाकर सीमेंट रास्ते का काम पूरा किया गया. ऐसे में पुल के निर्माण कार्य आखिर पिछले कई वर्षों से थमे थे. अब वह प्रारंभ किये गए है. बैतुल की ओर से अंजनगांव की ओर जाने वाले पुल का एक भाग पूरा होने के बाद अंजनगांव से बैतुल की ओर जाने वाले दूसरे पुल का काम नए सिरे से किया जाएगा.
समयावधि में निर्माण करने का प्रयास
पुल निर्माण कार्य के लिए निर्धारित की गई एजेंसी को नए पुल के निर्माण कार्य के लिए एक वर्ष की समयावधि दी गई है. इससे पहले ही पुल का काम पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है.
– पी. एस. वासनकर, शाखा अभियंता, राष्ट्रीय महामार्ग