प्रतिनिधि/दि.२९
नागपुर– मंडल के आरपीएफ बल ने छापेमारी कर टिकिट कालाबाजारी करने के आरोप में युवक को गिरफ्तार किया. उसके पास से ५ लाख १२ हजार रूपये कीमत की ३१५ ई टिकिट जब्त की. मंडलस्तरीय इस टीम ने एम एस जलाराम एजेंसी इतवारी में छापमारी कर इस कार्रवाई की अंजाम दिया. जिसमें भावेन अनिल उन्नरकर (३४) को गिरफ्तार किया. भावेश ने आईआर सिटीसी लायसेंस होने की बात कही. जांच के लिए भावेन को आरसीपीएफ थाने लाया गया.
जब उसके सेल फोन की और कम्प्यूटर की जांच की गई तब कम्प्यूटर और मोबाइल से चार पर्सनल आयडी से ३१५ ई टिकिट बनाए गये थे. जिसकी कीमत ५ लाख १२ हजार रूपये है.ऐसा पाया गया. आरसीएफ का दावा है कि भावेन ने टिकिट कालाबाजारी की बात कबूल की है. उपनिरीक्षक सचिन ने पंचनामे के तहत सभी ई टिकिटों, मोबाइल फोन और कम्प्यूटर को जब्त किया. यह कार्रवाई मंडल सुरक्षा आयुक्त आशुतोष पांडे के मार्गदर्शन में सहायक सुरक्षा आयुक्त सुमन नाला के नेतृत्व में मंडल स्तरीय गठित टीम के सदस्य उपनिरीक्षक एस.पी.सिंह,अश्विन पवार, अमित बारापात्रे ने की.
भारत चीन मतभेद में अटका नागपुर रेल्वे स्टेशन का ड्रोन
नागपुर रेल्वे स्टेशन की सुरक्षा चुकता करने के लिए आरपीएफ की ओर से ड्रोन की मदद ली जानेवाली थी और चीन से ड्रोन खरीदा जाना था. लेकिन भारत और चीन के बीच हुए मतभेद के चलते ड्रोन खरीदने की प्रक्रिया रोक दी गई है. मध्य रेल्वे का नागपुर रेल्वे स्टेशन देश के महत्वपूर्ण रेल्वे स्टेशन में से है. प्रतिदिन सैकड़ों गाडिय़ों के साथ हजारों यात्री आवागमन करते है. हमेशा यहां यात्रियों की भीड़ लगी रहती है.आरपीएफ की टीम सतर्क रहती है. किंतु यार्ड से लेकर आऊटर पर नजर रखना संभव नहीं है. इसलिए ड्रोन की सहायता ली जानी थी. किंतु भारत चीन के संबंध में मतभेद के चलते ड्रोन खरीदी का मामला अटक गया है.
सुरक्षा पर असर नहीं
नागपुर स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था के लिए चीन से ड्रोन खरीदने का विचार किया गया था. लेकिन यह संभव नहीं हो सका. सुरक्षा व्यवस्था पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा. क्योंकि ड्रोन अतिरिक्त व्यवस्था के रूप में काम करता है, ऐसी जानकारी वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त मध्य रेल्वे के आशुतोष पांडे ने दी.