* सहायता करने वाले 50 लोग रडार पर
* जांच में अनेक तथ्य सामने आने की संभावना
नागपुर/दि.17– ऑनलाइन गेमिंग के नाम पर नागपुर के व्यापारी को 58 करोड का चूना लगाने वाले आंतरराष्ट्रीय बुकी सोंटू जैन ने आखिरकार सोमवार को प्रथम श्रेणी कनिष्ठ न्यायालय के सामने आत्मसर्पण कर दिया. सर्वोच्च न्यायालय व्दारा उसकी जमानत ठुकराए जाने के बाद उसके सामने यही पर्याय शेष रहा था. पिछले कुछ दिनों से सोंटू फरार था और उसकी पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही थी. पुलिस को चकमा देने वाले सोंटू को 21 अक्तूबर तक पुलिस रिमांड पर लिया गया है. क्राइम ब्रांच के दल ने उसे कब्जे में लिया है.
27 सितंबर को उच्च न्यायालय व्दारा अंतरिम जमानत खारिज किए जाने के बाद सोंटू फरार हो गया था. उसके निकट के दोस्तों ने और परिवार के सदस्यों ने उसे ऑनलाइन सट्टेबाजी, हवाला व्यवसाय, संपत्ति हथियाने और फरार होने में सहायता की थी. इस कालावधि में पुलिस ने सोंटू को सहायता करनेवाले 50 से अधिक लोगों की सूची तैयार की. इसमें के अनेक लोग पुलिस की रडार पर है. सोंटू को पुलिस रिमांड मिलने के बाद अब पुलिस इस मामले की गहन जांच कर सकेगी.
* इस कारण सोंटू ने किया आत्मसर्पण
सोंटू पर मामला दर्ज हुआ तब व दुबई में था. पश्चात उसने अपने ‘वीसा’ की अवधि बढाने का प्रयास किया, लेकिन उसमें वह सफल नहीं हो पाया. सोंटू का देश से बाहर भागना संभव था. लेकिन वैसा किया होता तो उसके सभी पैसे सील किए गए होते. इस कारण उसने सर्वोच्च न्यायालय में दौड लगाई. वहां उसे राहत न मिलने से मजबूरन आत्मसर्पण करना पडा. अब वह कानूनी तौर पर किसी भी हालत में जमानत लेने का प्रयास करेगा, ऐसी जानकारी सूत्रों ने दी है.