विदर्भ

जी-20 परिषद में नागपुर आरेंज सिटी का ब्रॉडिंग ‘टायगर कैपिटल ऑफ इंडिया’ के रुप में

विदर्भ में संतरे का उत्पादन बेतहाशा

* बांगलादेश होता है हर दिन एक हजार टन संतरा निर्यात
* फिर भी ध्यान टायगर पर ही
नागपुर/दि.7 – भारत सहित 19 देश और यूरोपिय महासंघ का समावेश वाले जी-20 परिषद मार्च 2023 में नागपुर में होने जा रही हैं. 200 से अधिक प्रतिनिधि इस परिषद में शामिल हो रहे हैं. इस परिषद में निमित्त संतरा नगरी के रुप में पहचान रखने वाले नागपुर महानगर का ब्रॉडिंग ‘टायगर कैपिटल ऑफ इंडिया’ के रुप में किया जाने वाला हैं. यह नियोजन पर्यटन विकास महामंडल को सौंपा गया हैं. देश में मध्यवर्ती इलाके के विदर्भ सटकर स्थित मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यों के वन क्षेत्र में बाघों के बढते संचार को देखते हुए यह ब्रॉडिंग किया जाएगा, ऐसा सूत्रों ने कहा हैं. संतरा बाबत इसमें कोई भी उल्लेख नहीं हैं. दक्षीण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र को सांस्कृतिक कार्यक्रम की जिम्मेदारी सौंपी हैं.
नागपुरी संतरा संपूर्ण देश में विख्यात हैं. यह संतरा भारी मात्रा में निर्यात होता हैं. अमरावती जिले में ग्रैडिंग, कोटिंग व पैकेजिंग करने वाले करीबन 12 प्रकल्प शुरु होने से विदर्भ के संतरा उत्पादकों को अच्छा लाभ मिला हैं. सडक मार्ग सये बांगलादेश हर दिन 800 से 1000 टन संतरा निर्यात होता रहने की जानकारी महाआरेंज के कार्यकारी संचालक श्रीधर ठाकरे ने दी. ऐसा रहने के बाद भी जी-20 परिषद में संतरे का उल्लेख नहीं हैं. नागपुर सहित विदर्भ में 1 लाख 55 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में संतरे का उत्पादन किया जाता हैं. इन इलाकों से संतरा निर्यात होने राज्यस्तर पर प्रयास शुरु हैं. दुबई में भी संतरे के कन्टेनरों की मांग हो रही हैं.

* विदर्भ में 200 बाघों का संचार
इस वर्ष की व्याघ्र गणना के मुताबिक राज्य में 312 बाघ हैं. इसमें से केवल विदर्भ में 200 यानि 65 प्रतिशत बाघ केवल विदर्भ में हैं. पेंच, मेलघाट, ताडोबा, नवेगांव, नाजीरा और बोर व्याघ्र प्रकल्प में यह बाघ दिखाई दिए हैं. देश में बाघों की संख्या में महाराष्ट्र राज्य चौथे स्थान पर रहा तो भी देश के मध्यवर्ती वन क्षेत्र और छह व्याघ्र प्रकल्प वाले विदर्भ का विचार कर नागपुर का ब्रॉडिंग ‘टायगर कैपिटल ऑफ इंडिया’ के रुप में किया जाने वाला हैं.

* जी-20 की नागपुर में जोरदार तैयारी
जी-20 परिषद के लिए आनेवाले प्रतिनिधियों के लिए विमानतल पर वीवीआईपी लॉऊंज का निर्माण किया जाने वाला हैं. मेहमानों का मेट्रो राइड सहित दीक्षाभूमि, ड्रैगन पैलेस, फुटाला तालाब, पैंच व्याघ्र प्रकल्प आदि स्थानों पर भेंट आयोजित की जाने वाली हैं. इन मेहमानों के घूमने के लिए विशेष इलेक्ट्रीक कार लाई जाएगी. साथ ही उन्हें भेंट वस्तु भी प्रदान की जाने वाली हैं. सभी प्रतिनिधि मुंबई से होते हुए आएंगे ऐसा सूत्रों ने स्पष्ट किया. जी-20 परिषद निमित्त पश्चिम नागपुर की सडके गढ्ढा मुक्त और चमकार होने वाली हैं. इसके अलावा सिविल लाइन, जामठा स्टेडियम, दीक्षाभूमि, बर्डी आदि का सौंदर्यीकरण भी किया जाएगा.

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