विदर्भ

मौनी अमावस को शनि मंदिर में भैंसों की टक्कर

मेलघाट की सीमा पर खकनार में आयोजन

सैंकडो नागरिकों की भीड उमडी
धारणी /दि. 13– मेलघाट की सीमा पर स्थित खकनार के समीप शनि मंदिर परिसर में मौनी अमावस्या के दिन हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी भैसों की टक्कर आयोजित की गई थी. जिसे देखने महाराष्ट्र व मध्यप्रदेश के लाखों दर्शकों की भीड उमड पडी थी. डोईफोडी (एमपी) के भैंसो को प्रथम तथा परतवाडा के भैंसे ने दुसरा पुरस्कार प्राप्त किया.

धारणी से 35 किमी. तथा तहसील के बारातांडा से 8 किमी. की दूरी पर स्थित खकनार के समीप शनिदेव की द्वि दिवसीय यात्रा संपन्न हुई. परंपरा के साथ मनोरंजन के लिए भैंसों की टक्कर लगाई जाती हैं. जिसमें महाराष्ट्र के परतवाडा, अचलपुर, नांदेड, जलगांव तथा मध्य प्रदेश से कुल 250 भैंसे सहभागी हुए थे. सुली नदी के पास करदली मैदान पर लाखों दर्शकों ने यह टक्कर देखकर आनंद उठाया. कुछ वर्ष पूर्व टक्कर के समय भैंसे दर्शकों की भीड में घुसने से भगदड मची थी. जिसमें अनेक लोग घायल हुए थे. इस अनुभव के चलते आयोजकों ने लोहे का कम्पाउंड बनाया था, जिससे टक्कर के दौरान कोई अनुचित घटना नहीं घटी. अनुमान से ज्यादा दर्शक जमा होने से दो घंटे तक धारणी, बुरहानपुर हाईवे का ट्रैफिक जाम हुआ था. डोईफोडी के शमसु ने प्रथम पुरस्कार परतवाडा के शाबिर के भैंस ने दूसरा, अचलपुर के निखिल ने तीसरा, किशोर ने चौथा तथा खकनार के लड्डू ने पांचवां पुरस्कार प्राप्त किया. यात्रा व भैंसों की टक्कर देखने के लिए काफी भीड जमा हुई थी. धारणी तहसील से एमपी के खकनार तहसील की ओर बहने वाली सुली नदी फिलहाल पानी के अभाव में सूख गई हैं. इस समय नदी को स्टेडियम का स्वरुप प्राप्त हुआ था.

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