नागपुर प्रतिनिधि/दि.1 – राशि रत्न बेचने वाले व्यवसायिक को बिल्डर जयपुरिया ने 95 लाख रुपए लेकर पेंट हाउस न देते हुए दूसरे को बेचकर धोखाधडी किये जाने का मामला सामने आया है. इस मामले में प्रताप नगर पुलिस ने बिल्डर धंतोली निवासी वैभव जयपुरिया और प्रबंधक संजय कौल के खिलाफ धोखाधडी का अपराध दर्ज कराया.
मिली जानकारी के अनुसार न्यू सोमलवाडा के नवनाथ सोसायटी में रहने वाले सुर्यकांत सिरसाट राशि रत्न बेचने का व्यवसाय करते है. उनके छोटे भाई महेंद्र योगगुरु इटली में रहते है. सिरसाट बंधुओं को शहर में पेंट हाउस खरीदना था. वर्ष 2016 में जयपुरिया ने कोकाकोला फैक्टरी चौक में अपनी इंद्रिको हाइट्स नाम की फ्लेैट स्कीम शुरु की. सुर्यकांत और महेंद्र ने जयपुरिया के कार्यालय में संपर्क किया. यहां पर जयपुरिया और कोैल ने उनको पेंट हाउस योजना के बारे में बताया. 5 हजार वर्ग फीट पेंट हाउस का प्रति वर्गफीट 6 हजार रुपए भाव निर्धारित किया गया. सिरसाट बंधुओं ने सौंदा पक्का किया. उन्होंने जयपुरिया को 20 लाख रुपए का धनादेश और 25 हजार यूरो (25 लाख) रुपए दिये. इसके बाद प्रत्येक तीन महिने में 10 लाख रुपए देना निर्धारित किया गया और करार भी किया गया. 1 नवंबर 2017 में सूर्यकांत ने 50 लाख रुपए का धनादेश दिया. इसके बाद अचानक जयपुरिया के हावभाव बदल गए. उसने बताया कि पेंट हाउस दूसरे व्यक्ति व्दारा खरीदने की जानकारी दी. इतने रकम में पेंट हाउस मिलना संभव नहीं है. पेंट हाउस के बदले में 901 नंबर का फ्लैट खरीदने की जानकारी दी. सूर्यकांत ने विवाद टालने के लिए जयपुरिया की ओर से दिये जाने वाले 901 क्रमांक फ्लैट लेने की भी तैयारी दर्शाई, लेकिन इसमें भी जयपुरिया ने शर्त लाद दी. जिसके बाद सूर्यकांत ने पैसे वापस मांगे तो जयपुरिया और ओर ने उनको पैसे देने से मना कर दिया और धमकी भी थी. जिसके बाद सूर्यकांत ने प्रताप नगर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस आयुक्त अमितेशकुमार और डिआईजी दिलीप झलके से मुलाकात कर पुरा किस्सा सुनाया. वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर प्रताप नगर पुलिस ने जयपुरिया व कौल के खिलाफ अपराध दर्ज कराया.