* मणिपुर में बेचने का गोरख धंधा
* आरोपी भागे बिहार और हरियाणा की ओर
नागपुर/दि.6– मणिपुर का देश भर में सक्रिय हाइटेक कार चोरों का रैकेट हर माह अलग-अलग शहरों से 20 से 25 वाहनों को चुराता था. दो सदस्य नागपुर पुलिस के हाथ लगने के बाद भी इस रैकेट की गतिविधियों पर कोई असर नहीं पडा है. हरियाणा से कार चोरी करके फरार हो रहे इस रैकेट के एक सदस्य को क्राइम ब्रांच ने बिहार के बक्सर में पकडा है. इस कार्रवाई से रैकेट का काम सक्रिय होने का पता चला है. इस रैकेट को सबसे पहले मीडिया ने ही उजागर किया था.
क्राइम ब्रांच ने इस रैकेट का भंडाफोड करके उसके दो सदस्य अजित सिंह इंगो लायश्रम और वोजेंद्रो सिंह शुरचंद सिंह लायश्रम, इंफाल, मणिपुर को बीते दिनों पकडा था. उनसे 50 लाख रुपए कीमत की दो कारें बरामद की गई थी. इस रैकेट ने नागपुर से 9 कार चुराई है. 6 का पता नहीं चल पाया है. रैकेट का कोई सदस्य रात के वक्त साइड की खिडकी का ग्लास तोडकर कार में प्रवेश करता है. लैपटॉप की मदद से कार को अनलॉक करते है. पासवर्ड बदलकर नई चाबी की मदद से कार स्टार्ट करते हैं. कार की नंबर प्लेट और फास्टैग भी बदल देते हैं. बदले गए नंबर की फर्जी आरसी बुक भी पास में रखते हैं. फास्टैग से भी फर्जी मोबाइल नंबर लिंक होता है. जिससे मार्ग में पकडे जाने का खतरा खत्म हो जाता है. इस रैकेट का मुखिया जुम्मा खान उर्फ रुस्तम फरार है. वह अपने साथियों के पकडे जाने के बाद भी बेखौफ होकर मणिपुर से रैकेट चला रहा है. रुस्तम के इशारे पर सेनापति, मणिपुर निवासी थंगोगिंग किपगेन दिल्ली में कार चुराने आया था. वहां से हरियाणा पासिंग की कार लेकर मणिपुर जा रहा था. थंगोगिंग नागपुर पुलिस को वांछित था. उसके बक्सर में होने की भनक लगते ही क्राइम ब्रांच ने बिहार पुलिस को सूचना दी. उन्होंने उसे कार सहित दबोच लिया. क्राइम ब्रांच की टीम थंगोगिंग को लेकर नागपुर आई है. उसे इमामवाडा पुलिस को सौंपा गया है.
सूत्रों के अनुसार रुस्तम के रैकेट में 50 से अधिक सदस्य हैं. वह योजनाबद्ध तरीके से रैकेट चलाता है. सदस्यों को पांच-छह ग्रुप में बांटकर काम करता है. दूसरे शहर से चोरी किया वाहन मणिपुर की सीमा पर पहुंचाने का काम एक ग्रुप करता है. मणिपुर की सीमा पर पहुंचने के बाद यह ग्रुप रुस्तम के बताए अनुसार दूसरे व्यक्ति को वाहन व्याप्त हैं.