विदर्भ

सोंटू जैन के ‘फ्रीज’ लॉकर से हटाए गए 13 करोड की नकद व सोना

बैंक मैनेजर खंडेलवाल व डॉ. बग्गा की करामत

नागपुर/दि.25– अंतर्राष्ट्रीय सट्टा बुकी अनंत उर्फ सोंटू जैन के फ्रीज किए गए लॉकर से बैंक मैनेजर मुकेश खंडेलवाल व गोंदिया में रहनेवाले डॉ. गौरव बग्गा ने 13 करोड रुपए मूल्य के नकद रकम व सोना निकालकर कहीं और ट्रांसफर कर दिया था. जिसमें 7 करोड रुपए की नकद रकम थी.

जानकारी के मुताबिक सोंटू जैन ने यह नकद रकम और सोना अपने मित्र हितेश उर्फ बंटी कोठारी के पास देने हेतु कहा था. परंतु बैग की डिलेवरी लेने वाले व्यक्ति का नाम बताने से सोंटू जैन व्दारा टालमटोल की जा रही है. इस बीच पुलिस ने बंटी कोठारी को गिरफ्तार करते हुए उसके लिए 27 अक्तूबर तक पुलिस कस्टडी रिमांड प्राप्त की है. साथ ही पुलिस ने इससे पहले ही एक्सिस बैंक के व्यवस्थापक अंकेश खंडेलवाल व सोंटू के परिचयन में रहनेवाले डॉ. गौरव बग्गा को गिरफ्तार किया है. जिन्होंने सोंटू के कहने पर उसके फ्रीज लॉकर से करोडों रुपए की नकद रकम और सोना गायब किया था. सोंटू के कहने पर डॉ. गौरव बग्गा व उनकी पत्नी गरिमा बग्गा ने एक्सिस बैंक में 3 लॉकर किराए से लिए थे. पश्चात उन्होंने सोंटू के लॉकर में रखे सोने और नकद रकम को अपने लॉकर में ट्रांसफर कर दिया था. बग्गा के पास बैग लेकर जानेवाला नकाबपोश युवक बंटी कोठारी रहने की बात जांच में सामने आई. इसके बाद डॉ. बग्गा को गिरफ्तार करने के साथ ही उनसे की गई पूछताछ के आधार पर बंटी कोठारी को भी गिरफ्तार किया गया तथा बंटी कोठारी ने डॉ. बग्गा से बैग लेकर उसे सोंटू के हवाले करने की कबूली दी. परंतु जांच के दौरान सोंटू जैन इस बैग को लेकर जानकारी देने में टालमटोल कर रहा है, ऐसा पता चला है.

सूत्रों व्दारा दी गई जानकारी के मुताबिक सोंटू जैन के साथ बंटी कोठारी की काफी पुरानी दोस्ती है. बैग मिलने के बाद कोठारी ने हवाला के मार्फत सोंटू के पास नकद रकम हस्तांतरित कर दी थी. परंतु लॉकर से निकाले गए सोने का कुछ हिस्सा उसने छिपाकर रखा है. सूत्रों ने यह भी बताया है कि सोंटू ने गोंदिया में करीब 75 करोड रुपए की संपत्ति खरीदी थी. गोंदिया में करार की रकम में से 25 फीसद रकम एडवांस देने का नियम है. चूंकि सोंटू के पास काफी बडे पैमाने पर नकद रकम थी अत: उसने एडवांस के तौर पर ज्यादातर भुगतान नकद रकम में किया था. एक जमीन के मालिक अग्रवाल को सोंटू ने 55 लाख रुपए का आरटीजीएस किया था और शेष रकम नकदस्वरुप में दी थी. इस मामले में धरमपेठ का एक प्रसिद्ध व्यापारी भी संदेह के घेरे में है. जिसके जरिए पुलिस की दिशाभूल करने का प्रयास किया जा रहा है. पुलिस ने बंटी कोठारी को अदालत में पेश करते हुए 8 दिन का पुलिस कस्टडी रिमांड मांगा था. जिसके चलते अदालत ने कोठारी को अन्य आरोपियों के साथ जांच व पूछताछ के लिए 27 अक्तूबर तक पुलिस कस्टडी रिमांड में रखने का आदेश दिया.

Related Articles

Back to top button