विदर्भ

पकडे गए 4 करोड रुपए मूल्य के मवेशी फर्जी गारंटी पत्र पर बेचे

5 गोशाला के 33 लोगों पर मामला दर्ज

भंडारा /दि.28– पुलिस द्वारा विभिन्न स्थानों पर पकडे गए मवेशी गोशाला में जमा की. इसमें से 5 गोशाला ने फर्जी गारंटी पत्र पर परस्पर मवेशियों की बिक्री कर शासकीय संपत्ति की हेराफेरी की रहने का मामला उजागर हुआ है. वर्ष 2009 से दिसंबर 2023 तक 3 करोड 80 लाख 55 हजार रुपए की हेराफेरी की गई है. इस प्रकरण में लाखनी पुलिस ने 5 गोशाला के 33 पदाधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
मवेशियों की अवैध तस्करी करते समय और उन्हें बूचडखाना कटाई के लिए ले जाते समय पुलिस के दल ने मवेशियों से भरे वाहनों को पकडकर इन मवेशियों को मुक्त कर उन्हें सुरक्षित रखने के लिए गौरक्षण में रखा था. लेकिन इन मवेशियों को गौरक्षण में सुरक्षित वातावरण में नहीं रखा जाता, इस बाबत भंवरलाल जैन ने राज्य मानवी हक अधिनियम के मुताबिक 3 अप्रैल 2024 को शिकायत की थी. इस शिकायत के आधार पर भंडारा अपराध शाखा द्वारा जांच की गई. जांच में उजागर हुआ कि, भंडारा, गोंदिया, नागपुर और गढचिरोली जिला पुलिस द्वारा 2018 से समय-समय पर कार्रवाई कर मवेशियों का अवैध यातायात करते समय पकडे गए मवेशी विभिन्न गौरक्षण में भेजे थे. इसमें से अन्नपूर्णा गौरक्षण संस्था, भवानी गौशाला, निर्मल गौशाला, सुखरुप गौशाला पिंपलगांव/सडक और मातोश्री गौशाला रेंगेपार/कोहली में देखरेख करने के लिए 4 करोड रुपए मूल्य के मवेशी सौंपे गए थे. लेकिन इन पाचों गौशाला के पदाधिकारियों ने जमा किए मवेशी न्यायालय का आदेश प्राप्त न रहते फर्जी गारंटी पत्र लिखकर परस्पर बेच दिए. इस प्रकरण में 3 करोड 80 लाख 55 हजार रुपए मूल्य के मवेशी बेचकर शासकीय संपत्ति की हेराफेरी की गई है. इस प्रकरण में जांच रिपोर्ट के आधार पर लाखनी पुलिस ने पांचों गौशाला के कुल 33 लोगों पर मामला दर्ज किया है.

* हेराफेरी करनेवाले आरोपियों के नाम
मवेशियों की अवैध रुप से बिक्री कर हेराफेरी करनेवाले आरोपियों में मंगेश राघोर्ते (40), विनोद बेहरे (42), धनंजय दिघोरे (43), मनोज राघोर्ते (40), अजय मेश्राम (45), सविता भूते (40), झांसी राघोर्ते (42), राजेश्वर कमाने (43), माणिक जीवतोडे (40), नाना जीवतोडे (42), भागवत शिवणकर (41), भोपेश ब्राम्हणकर (42), धनराज दिघोरे (42), दिनेश भाजीपाले (40), प्रभाकर जीवतोडे (40), प्रभारी अध्यक्ष सुरेश कापगते (42), शिवराम गिरेपुंजे (42), पांडुरंग कापगते (42), यशपाल कापगते (39), शंभूभाई पटेल (42), राकेश सारवे (42), ओमप्रकाश लांजेवार (40), भास्कर भोतमांगे (40), सचिन नागलवाडे (45), ओमप्रकाश भोतमांगे (41), श्यामराव चारमोडे (42), नरेश पिंपलशेंडे (43), मंगेश तरोणे (40), कैलाश कालसर्पे (42), राकेश कठाने (42), विनोद मोंडे (43), वामन कमाने (40) और रवींद्र कालसर्पे (42) है.

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