विदर्भ

शहर की छात्राओं ने ग्रामीण क्षेत्र में लिया प्रवेश

जिला प्रशासन द्वारा कार्रवाई के बाद उच्च न्यायालय ने छात्राओं का प्रवेश कायम रख दी राहत

नागपुर/दि.01– शहरी क्षेत्र में रहनेवाली दो छात्राओं ने यवतमाल के ग्रामीण क्षेत्र में प्रवेश प्राप्त किया. इस प्रकरण में जिला प्रशासन ने छात्राओं पर कार्रवाई की. छात्राओं ने इस बाबत मुंबई उच्च न्यायालय की नागपुर खंडपीठ में गुहार लगाई. उच्च न्यायालय ने दोनों छात्राओं को राहत देते हुए प्रवेश कायम रखा है. जवाहर नवोदय विद्यालय की दोनों छात्राओं को शाला से बाहर न निकालने तथा उनका प्रवेश कायम रख शिक्षा शुरू रखने के निर्देश न्यायालय ने जिला प्रशासन को दिए है.

यवतमाल के मारेगांव की दो छात्राओं ने ग्रामीण क्षेत्र के प्रवर्ग से जवाहर नवोदय विद्यालय में प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद कक्षा 6 वीं में प्रवेश हासिल किया. यह दोनों छात्रा मारेगांव की रहनेवाली है. उनका पुराना विद्यालय भी मारेगांव नगर पंचायत क्षेत्र में आता है. लेकिन मारेगांव नगर पंचायत क्षेत्र रहने से वह शहरी क्षेत्र में आता है. इस कारण इन विद्यार्थियों ने ग्रामाण क्षेत्र से हासिल किया यह प्रवेश गलत है, ऐसा निष्कर्ष जवाहर नवोदय विद्यालय बेलोरा, ने निकालते हुए अपनी रिपोर्ट यवतमाल जिलाधिकारी के पास भेजी. इस रिपोर्ट के आधार पर यवतमाल जिलाधीश ने जो जिलास्तरीय समिति के पदसिद्ध अध्यक्ष है, ने इन छात्राओं का प्रवेश रद्द करने के आदेश दिए. इस आदेश के कारण व्यथित दोनों छात्राओं ने उच्च न्यायालय में यैचिका दायर की. नगर पंचायत यह शहरी क्षेत्रमें नहीं आती. को भी जानकारी छिपाई नहीं गई. साथ ही इस प्रकरण में कोई सुनवाई नहीं हु. जिलाधिकारी ने एकतरफा निर्णय लिया है. इस कारण उन्होंने जिलाधिकारी के निर्णय को तत्काल स्थगिति देने का युक्तिवाद छात्राओं ने किया. इस प्रकरण मं उच्च न्यायालय ने छात्राओं को राहत देते हुए प्रवेश कायम रखने के आदेश दिए है. छात्राओं की तड़फ से एड. अनिल ढवस ने तथा शासन की तरफ से एड. एच.डी.मराठे ने काम संभाला.

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