* टोम्पे महाविद्यालय में स्नेहसम्मेलन व पुरस्कार वितरण
चांदूर बाजार/दि.2– स्थानीय गो.सी. टोम्पे कला, वाणिज्य व विज्ञान महाविद्यालय में तीन दिवसीय विद्यार्थी वार्षिक स्नेहसंमेलन का आयोजन किया गया था. सम्मेलन में प्रमुख अतिथि के रूप में उपस्थित प्रा.डॉ.विजय टोम्पे ने कहा कि, विद्यार्थी का विकास महाविद्यालयीन जीवन में ही होता है. महाविद्यालय हर विद्यार्थी के लिए मंच का काम करता है. इसलिए विद्यार्थियों ने अभ्यास के साथ-साथ अपने कलागुणों का भी जतन करना चाहिए. स्नेह सम्मेलन के उद्घाटन अवसर पर पूर्व विद्यार्थी व हाल ही में स्पर्धा परीक्षा में सफल हुए अजय पांडे, बतौर अध्यक्ष संस्था के अध्यक्ष भास्करदादा टोम्पे, प्रमुख अतिथि आयक्यूएसी कॉर्डिनेटर डॉ. नंदकिशोर गव्हाले, प्राचार्य डॉ. राजेंद्र रामटेके, प्राचार्य डॉ. संजय शेजव, प्राचार्य मनीष सावरकर, डॉ. संजय कोठारी, शिल्पा सातपुते प्रमुखता से उपस्थित थे.
प्रस्तावना डॉ.संजय कोठारी ने रखी. उद्घाटक अजय पांडे ने छात्रों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि, छात्रोें ने अपने भीतर छिपे कलागुणों को पहचान कर उसे बढावा देने प्रयास करना चाहिए. कलागुण ही विद्यार्थियों को उनके लक्ष्य तक पहुंचा सकते है. शिल्पा सातपुते ने हाल ही में पटवारी परीक्षा उत्तीर्ण की. उन्होंने विद्यार्थियों को अभ्यास का महत्व समझाया. तथा अध्यक्षीय भाषण में संस्था के अध्यक्ष भास्करदादा टोम्पे ने विद्यार्थियों को इस तीन दिवसीय स्नेहसम्मेलन निमित्त आयोजित विविध स्पर्धा में सहभागी होने के लिए प्रोत्साहित कर शुभकामनाएं दी. समापन कार्यक्रम में डॉ. निलेश तारे ने विद्यार्थियों को अपना व्यक्तित्व समृद्ध करने के लिए अपने भीतर के पोटेन्शिअल पहचान कर जीवन सफल बनाने का आह्वान किया.तथा प्राचार्य डॉ. राजेंद्र रामटेके ने सभी का शुभकामनांए दी. कार्यक्रम का संचालन डॉ. प्रवीण परिमल ने किया. आभार डॉ. श्रीकृष्ण उबरहंडे व प्रा. तुषार नाकाडे ने माना.
इस तीन दिवसीय वार्षिक स्नेहसम्मेलन में प्रश्नमंजुषा, चालता बोलता कार्यक्रम, वादविवाद स्पर्धा, पाककला, मैदानी खेल, पुष्प प्रदर्शनी, मेहंदी स्पर्धा, सांस्कृतिक कार्यक्रम, आर्केस्ट्रा, आनंदमेला का आयोजन किया गया था. इस स्पर्धा में कनिष्ठ, वरिष्ठ, डीएड, बीएड और बी. व्होक. महाविद्यालय के सभी विद्यार्थी सहभागी हुए. विजयी स्पर्धकों को मान्यवरों के हाथों स्मृतिचिह्न व प्रमाणपत्र देकर नवाजा गया. कार्यक्रम में महाविद्यालय के सभी विद्यार्थी, प्राध्यापक, शिक्षकेतर कर्मचारी बडी संख्या में उपस्थित थे.