नागपुर/दि.31– नाणार के सात वर्ष से प्रस्तावित रिफायनरी की जगह बदलने की चर्चा नये से शुरु हुई है. इस पार्श्वभूमि पर नागपुर में रिफायनरी व पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स का निर्माण करने आगे आये, ऐसा आदेशात्मक आवाहन केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने इंडियन ऑईल कार्पोरेशन के अध्यक्ष श्रीकांत वैद्य को किया. इस बाबत पेट्रोलियम मंत्री, राज्य व केंद्र के संबंधितों सहित संबंधित अधिकारी एवं निवेशकों की तुरंत बैठक ली जा सकती है. ऐसी बात भी गडकरी ने कही.
रिफायनरी व पेट्रोलियम कॉम्प्लेक्स के लिए वैद्य की ओर से अध्यक्ष शिवकुमार राव, उपाध्यक्ष प्रदीप माहेश्वरी व नवीन मालेवार की ओर से लगातार प्रयास शुरु है. गडकरी के पत्र के कारण उनकी मांग को बल मिला है. विधानसभा के विरोधी पक्षनेता देवेन्द्र फडणवीस के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल ने तत्कालीन पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान से तकनीकी आर्थिक व्यवहार्यता रिपोर्ट तैयार करने की मांग सात महीने पूर्व की थी. उन्होंने तुरंत आश्वासन दिये जाने के बावजूद भी केंद्र की ओर से शुरुआत नहीं हुई तो गडकरी ने नागपुर में रिफायनरी के लिए नये से प्रयास शुरु किये हैं.
नागपुर विदर्भ में रिफायनरी स्थापित करने के लिए केंद्रीय मंत्री हरदीपसिंग पुरी के संपर्क में हैं. जमीन उपलब्ध होने पर नागपुर में प्रकल्प निर्माण करने की तैयारी उन्होंने दर्शायी. राज्य सरकार ने नाणार, कोकण में प्रकल्प के लिए अंतिम निर्णय नहीं लिया. इस स्थिति में नागपुर सबसे उचित भौगोलिक स्थान है. इसके समान बड़े प्रकल्प के लिए बड़े पैमाने पर जमीन लगेगी. नागपुर जिले के कुही के पास 15 हजार एकड़ जमीन उपलब्ध है. गोसेखुर्द प्रस्तावित वैनगंगा-नलगंगा प्रकल्प पास में है. नाणार की तुलना में सस्ती कीमत में मुबलक पानी उपलब्ध होगा, पास ही ड्रायर्पो होने से पेट्रोलियम व केमिकल उत्पादन के निर्यात व आयात को गति मिलेगी, ऐसा विश्वास गडकरी ने वैद्य को भेजे पत्र में व्यक्त किया.
प्रकल्प से कुछ दूरी पर मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ व तेलंगाना राज्य है. इस प्रकल्प के कारण विदर्भ समान पिछड़े भाग के विकास को गति मिलेगी. नागपुर से सटकर कई महामार्ग जाते हैं. पाईपलाईन द्वारा आय भी मिलेगी, इस ओर भी नितीन गडकरी ने ध्यानाकर्षित किया.