मोर्शी/ दि. 24- विद्यार्थियों का शैक्षणिक विकास के साथ ही उनका सर्वांगीण विकास साधने के लिए शिक्षक व पालकों में परस्पर समन्वय होना आवश्यक होने के साथ ही इस दृष्टि से दोनों को विशेष प्रयास करना आवश्यक है, ऐसे विचार शिवाजी शाला के मुख्याध्यापक प्रसाद देशमुख ने शिक्षक पालक सभा में अध्यक्ष के रुप में बोलते हुए व्यक्त किए. श्री शिवाजी शिक्षण संस्था अमरावती द्वारा संचालित स्थानीय शिवाजी उच्च माध्यमिक शाला में हाल ही में शिक्षक पालक सभा का आयोजन किया गया. शाला के मुख्याध्यापक प्रसाद देशमुख की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रुप में शाला के ज्येष्ठ शिक्षक श्रीकांत देशमुख, मनोज देशमुख, अशोक चौधरी, पालक प्रतिनिधि गजानन पांडे, संतोष लुंगे, कुशकुमार पाथरे, रेखा काले, वर्षा लोखंडे, उषा धर्माले, जयश्री सावरकर उपस्थित थे.
पालक सभा में शाला के ज्येष्ठ शिक्षक मिलिंद ढाकुलकर ने विद्यार्थी, शिक्षक व पालक के परस्पर संबंध के बारे में व ज्येष्ठ शिक्षिका प्रेमा नवरे ने किशोरवयीन बच्चों में उम्र के अनुसार होने वाले शारीरिक व मानसिक परिवर्तन के बारे में,इसी तरह शिक्षा विभाग पंचायत समिति मोर्शी के विषय तज्ञ कुशकुमार पाथरे ने शालेय स्तर पर शिक्षक पालक सभा की आवश्यकता एवं शासन स्तर पर चलाई जाने वाली विविध शैक्षणिक योजना इस विषय पर पालक व शिक्षकों को मार्गदर्शन किया.
सभा में पालकों ने उनके पाल्यों के बारे में व्यक्त किए गए विविध समस्याओं का निराकरण करने का आश्वासन शाला के मुख्याध्यापक प्रसाद देशमुख ने इस समय दिया. संचालन मनीष केचे, प्रास्ताविक श्रीकांत देशमुख व आभार प्रदर्शन वी. एम. रोकडे ने किया. इस शिक्षक पालक सभा में बड़ी संख्या में पालक व शिक्षक उपस्थित थे. सभा की सफलतार्थ स्कूल के शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारियों ने परिश्रम किया.