चांदूर बाजार तहसील में कोरोना का कहर चिंताजनक
प्रतिबंध की ओर नागरिकों का दुर्लक्ष, प्रशासन भी सुस्त
चांदूर बाजार/दि.26 – जिले में बढ़ते कोरोना के प्रादुर्भाव को नियंत्रण में लाने जिला प्रशासन ने जिले में कुछ प्रतिबंध लगाये है. प्रतिष्ठानों के लिये समय की मर्यादा रखी है. लेकिन तहसील में इस प्रतिबंध की ओर नागरिकों व्दारा दुर्लक्ष किया जा रहा है. ऐसा रहते इस पर नियंत्रण रखने की जिम्मेदारी महसूल, पालिका व प्रशासन का इस ओर दुर्लक्ष किया जा रहा है.
बाजारपेठ में खुलेआम घुमने वाले नागरिकों को कोरोना का किसी भी प्रकार का भय नहीं होने की बात दिखाई देती है.बाजारपेठ में अनेक दूकानें दिये गये समय पर बंद नहीं की जाती. इस पर नियंत्रण रखने वाले पुलिस वाहन के सायरन के अलावा पालिका व महसूल प्रशासन का पथक दिखाई ही नहीं देता. चांदूर बाजार तहसील देश व राज्य में कड़ा लॉकडाऊन शुरु रहते समय कोरोना मुक्त था. दिसंबर तक सात माह में कोरोना पीड़ितों की संख्या 400 तक पहुंची. पश्चात चालू वर्ष में 26 फरवरी तक 195 मरीजों की संख्या बढ़ने से कुल 595 मरीज बढ़े है. मार्च एंडिंग से पूर्व ही इस संख्या में हर रोज 10 से 30 तक बढ़ोत्तरी होकर तहसील स्वास्थ्य विभाग की जानकारी नुसार कोरोना बाधितों की संख्या 791 से अधिक तो जिले के आकडेवारीनुसार 959 से अधिक पहुंची है. कोरोना से अब तक 23 की मौत हुई है.
मास्क, सुरक्षित अंतर व स्वच्छता का पालन करने का आवाहन प्रशासन व्दारा बार-बार दिया जाता है. इसमें मास्क का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की गई. जिससे मास्क का इस्तेमाल बढ़ा है, लेकिन सुरक्षित अंतर को पूरी तरह से तिलांजलि दी जा रही है. दुपहिया पर दो, तीतन तो कभी चार लोग यात्रा करते हैं.ऑटो, काली-पीली जैसे यात्री वाहनों व्दारा भी मर्यादा का उल्लंघन किया जा रहा है. राज्य परिवहन मंडल की बसों में भी सोशल डिस्टन्सिंग का उल्लंघन होते दिखाई दे रहा है.