विदर्भ

कपास व्यापारी के पास मिले 65 लाख

आर्वी के वसंतराव नाइक चौक पर पुलिस ने की थी नाकाबंदी

* नागपुर विभागीय शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव के कारण आचार संहिता
आर्वी/दि.18 – आर्वी के वसंतराव नाइक चौक में मंगलवार को नाकाबंदी में एक कपास व्यापारी के वाहन से उड़न दस्ते ने 65 लाख रुपए की कैश पकड़ ली. जिससे गुस्साए व्यापारी व किसान तहसील कार्यालय पर धमक पड़े. तहसीलदार विद्यासागर चव्हाण ने बड़ी ही सावधानी से इस स्थिति को निपटाकर वातावरण शांत कर दिया. नागपुर विभागीय शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव के कारण आचार संहिता लागू है. इसका उल्लंघन ना हो पाए, इसके लिए चुनाव आयोग ने उड़न दस्ते तैनात किए हैं.
मंगलवार को स्व. वसंतराव नाइक चौक में उड़न दस्ते द्वारा वाहनों की जांच शुरू थी. इसी दौरान कपास व्यापारी पंकज अग्रवाल मारुति कार क्रं. एमएच 32/वाय-2040 से तलेगांव श्यामजी पंत मार्ग की ओर जा रहे थे. उड़न दस्ते के संजय दुबे ने उनका वाहन रोककर तलाशी ली. कार में एक बैग से 65 लाख रुपए कैश मिली. उन्होंने इसकी सूचना तहसीलदार विद्यासागर चव्हाण व नायब तहसीलदार स्मिता माने को देकर कैश जब्त कर ली. इसकी जानकारी तहसील कृषि उपज मंडी के कपास व्यापारियों को मिली. जिससे कपास से भरे वाहनों के साथ व्यापारी व किसान तहसील कार्यालय पर धमके. इस समय थोड़ी देर के लिए तनाव पूर्ण वातावरण बन गया. तहसीलदार चव्हाण ने बड़ी ही चतुराई से इस मामले को संभाल लिया. तलेगांव श्यामजीपंत मार्ग पर जगदंबा काटन फाइबर कंपनी में किसानों से खरीदे कपास का भुगतान करने के लिए एचडीएफसी बैंक से 70 लाख रुपए विड्रॉल किए. जिसमें से 5 लाख रुपए मजदूरों के वेतन पर खर्च हुए. 65 लाख रुपए लेकर कार से जगदंबा फाइबर जा रहे थे. यही कैश उड़न दस्ते ने नाकाबंदी में पकड़ी. पंकज अग्रवाल ने बैंक के डिटेल्स तहसील कार्यालय में जमा कराए हैं.

* आचार संहिता में 10 लाख से ज्यादा कैश नहीं रख सकते
आचार संहिता लागू होने से 10 लाख से अधिक कैश पास में रखना गैरकानूनी है. उड़न दस्ते को कार से 65 लाख की कैश मिली. चुनाव आयोग के निर्देशानुसार कार्रवाई की गई है. फिलहाल रकम व वाहन जब्त नहीं किये हैं. केवल कब्जे में लिए हैं. वर्धा कलेक्टर के आदेश के अनुसार अगली कार्रवाई की जाएगी.
– विद्यासागर चव्हाण,
तहसीलदार.

* आचार संहिता की जानकारी नहीं दी
किसानों को आर्वी में नगद रकम मिलती है. इसलिए किसान आर्वी मार्केट की ओर अत्याधिक रुझान रखते हैं. आस-पास ही नहीं बल्कि जिले के किसान कपास लेकर आते हैं. उन्हें कैश देने के लिए बैंक से विड्रॉल किया जाता है. प्रशासन ने आचार संहिता की जानकारी हम तक नहीं पहुंचाई. एसोसिएशन की बैठक के बाद एसडीओ धार्मिक से चर्चा करने के बाद अगला निर्णय लिया जाएगा.
– बिपिन अग्रवाल,
अध्यक्ष, व्यापारी एसोसिएशन.

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