महाराष्ट्रविदर्भ

आदर्श नागरिकों का निर्माण करना समय की जरूरत : बनसोड

मोर्शी के खुले कारागार में श्रीमद् भगवतगीता ज्ञान स्पर्धा परीक्षा

मोर्शी/दि.12- आदर्श नागरिक का निर्माण करना यह समय की जरूरत है. इन दिनों में वाचन संस्कृति नष्ट हो रही है. इसलिए वाचन संस्कृति का जतन करने के लिए अखिल भारतीय पंचकृष्ण प्रबोधन परिषद का कार्य प्रेरणादायी है, यह बात प्रा. श्रीकृष्ण बनसोड ने कही. अखिल भारतीय पंचकृष्ण प्रबोधन मंडल श्री क्षेत्र जालीचा देवच्या की ओर से राज्यस्तरीय श्रीमद् भगवतगीता ज्ञान स्पर्धा परीक्षा का आयोजन जिला खुले कारागार मोर्शी के सांस्कृतिक भवन सभागृह में आयोजित किया गया. इस समय आयोजित कार्यक्रम में वे बोल रहे थे. परीक्षा के आरंभ अवसर पर कारागार अधीक्षक ज्ञानेश्वर खरात, पूर्व कारागार अधीक्षक कमलाकर घोंगडे, समाज भूषण प्रा. श्रीकृष्ण बनसोड, अंबादास सिनकर, समाजसेवक सुरेशराव टवलारे प्रमुखता से उपस्थित थे. इस परीक्षा में कारागार के बंदीजनों ने सहभाग लिया. उल्लेखनिय है कि, पूर्व कारागार अधीक्षक कमलाकर घोंगडे हर साल श्रीमद् भगवतगीता ज्ञान स्पर्धा परीक्षा में परीक्षार्थी रहते है. कारागार के अधीक्षक ज्ञानेश्वर खरात ने कहा कि, श्रीमद् भागवत गीता ज्ञान स्पर्धा परीक्षा से अध्यात्मिक विचार आत्मसात किए जाते है. इस समय अंबादास सिनकर, सुरेशराव टवलारे ने भी अपने विचार व्यक्त किए. स्पर्धा परीक्षा कोे सफल बनाने के लिए उत्तरेश्वर गायकवाड, विकास भारसाकडे, कैलास जाधव, शेख राऊफ आदि अधिकारी व कर्मचारियों ने प्रयास किए.

 

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