विदर्भ

चंद्रपुर के क्रिकेट बुकी का समुचे विदर्भ समेत राज्य में नेटवर्क

छत्तीसगड की तर्ज पर विदर्भ में फर्जी महादेव ऐप सक्रिय

नागपुर/दि.26-छत्तीसगड के क्रिकेट बुकी ने शुरु किए महादेव ऐप से देश में करोडों का क्रिकेट सट्टाबाजार उजागर हुआ था. इसी तर्ज पर चंद्रपुर के क्रिकेट बुकी ने फर्जी महादेव टू ऐप तैयार कर समुचे विदर्भ समेत राज्य में नेटवर्क स्थापित किया है. इस एप के माध्यम से करोडों की सट्टेबाजी शुरु होने की जानकारी सूत्रों ने दी है.

राजस्थान के एक प्रमुख क्रिकेट सट्टेबाज जहांगीर ने भिलाई के कंप्यूटर विशेषज्ञ सौरव चंद्राकर और रवि उप्पल नामक दो युवकों के साथ मिलकर महादेव बुक नामक एक क्रिकेट सट्टेबाजी ऐप बनाया था. राजस्थान से शुरू हुए महादेव बुक ऐप ने पूरे देश में क्रिकेट सट्टेबाजी का नेटवर्क बनाया और हजारों करोंड रुपये जुटाए थे. इसी तर्ज पर चंद्रपुर के धीरज-नीरज, संपत-सिराज, महेश और राजिक ने महादेव टू नामक एक ऑनलाइन क्रिकेट सट्टेबाजी ऐप बनाया है, जिसका मुख्यालय चंद्रपुर है. नागपुर के अरबपति रहने वाले सिराज ने धीरज-नीरज, संपत और राजिक के साथ साझेदारी की. ‘नाइस 777’ नाम से बुकिंग शुरू करके ऑनलाइन क्रिकेट सट्टेबाजी शुरू की. जिसके लिए पांचों ने 7 सदस्यीय टीम बनाई है. खायवाड़ी-लगवाडी के लिए एक कॉल सेंटर भी स्थापित किया गया है. राज्य भर के हजारों क्रिकेट प्रशंसक महादेव टू ऐप के माध्यम से सट्टेबाजी खेलते हैं, जबकि धीराज और नीरज दोनों खायवाडी-लगवाडी पर लाखों खर्च करते हैं. चंद्रपुर में 16 क्रिकेट बुकी के महादेव 2 ऐप के आईडी-पासवर्ड सामने आ गए हैं और इनके जरिए प्रदेश भर से करोड़ों की संख्या में हजारों ग्राहक जुड चुके है, यह जानकारी है. पिछले कुछ महीनों से, धीरज-सिराज, राजिक और महेश की प्रतिदिन करोडों रुपये में कमाई शुरु होने की चर्चा है.

ऑनलाइन क्रिकेट सट्टेबाजी का भुगतान बैंक खाते के माध्यम से किया जाता है. इसके लिए चंद्रपुर और ग्रामीण इलाकों के बेरोजगार युवाओं को हाथों-हाथ लिया जाता है, उन्हें बैंक खाता खोलने के लिए 10 हजार रुपये दिए जाते हैं. खाता खुलवाने के बाद पैसे देकर युवाओं से एटीएम कार्ड, पासवर्ड, पासबुक व अन्य एक्सेस ले लिया जाता है. उस खाते में लाखों रुपये जमा करने के बाद पैसे निकालकर खाता बंद किया जाता है तथा दूसरा खाता खोला जाता है.

* पुलिस के साथ सेटिंग की चर्चा
महादेव टू ऐप पिछले कई महीनों से चंद्रपुर में लॉन्च किया गया है और सभी पांच पार्टनर्स द्वारा चंद्रपुर पुलिस और स्थानीय अपराध शाखा टीम के साथ सेटिंग’ की चर्चा चल रही है. ऐसी चर्चा चल रही है कि क्रिकेट सट्टेबाज संबंधित अधिकारियों और पुलिसकर्मियों को हर महीने हजारों रुपये का भुगतान कर रहे हैं ताकि पुलिस छापेमारी न करे या कोई कार्रवाई न करे.

* पुलिस अधीक्षक के नाम पर एक करोड की डिमांड?
चंद्रपुर स्थानीय अपराध शाखा के एक अधिकारी ने क्रिकेट सट्टेबाजों को धमकाया. यदि आईपीएल क्रिकेट के लिए क्रिकेट सट्टेबाजी की अनुमति चाहिए तो उसे पुलिस अधीक्षक को एक करोड़ रुपये की रिश्वत देनी होगी. इससे चंद्रपुर में सनसनी फैल गई. कोई भी मेरे नाम पर पैसे नहीं मांग सकता. ऐसा नहीं हुआ. चंद्रपुर के पुलिस अधीक्षक मुमक्का सुदर्शन ने जवाब दिया कि अगर इसमें कोई सच्चाई है तो उचित कार्रवाई की जाएगी.

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