विदर्भ

क्रिकेट का सट्टा नहीं, जिंदगी का दांव हारे

रात में बेटे ने और सुबह मां ने की आत्महत्या

नागपुर/दि.23 – क्रिकेट सट्टे में हार जाने की वजह से हुए बडे आर्थिक नुकसान के चलते निराश हुए युुवक ने रात में अपने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. वहीं बेटे की मौत की खबर मिलने से व्यथित उसके मां ने भी अगले दिन सुबह जहर पीकर अपनी जान दे दी. यह घटना छापरु नगर परिसर में घटित हुई और महज कुछ घंटों के भीतर मां-बेटे द्बारा खुदकुशी की जाने की घटना के उजागर होते ही छापरु नगर परिसर में जबर्दस्त हडकंप मच गया है. मृतकों के नाम खितेन नरेश वाधवानी (20) व दिव्या नरेश वाधवानी बताए गए है.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक लकडगंज पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत आंबेडकर चौक के पास छापरु नगर में रहने वाला खितेन वाधवानी महाविद्यालयीन छात्र था और कुछ समय पहले तक उसे बेहद सीधे स्वभाव वाला लडका माना जाता था. लेकिन गलत आगे चलकर वह गलत संगत में पड गया और अपने कुछ दोस्तों की वजह से क्रिकेट सट्टे से जुड गया. विगत कुछ वर्षों के दौरान खितेन वाधवानी क्रिकेट सट्टे मेें कुछ पैसे हार गया था. हालांकि उसने यह बात अपने घर पर बता दी थी. जिसके चलते खितेन के पिता नरेश वाधवानी धीरे-धीरे उन पैसों की अदायगी कर रहे थे. साथ ही उन्होंने खितेन को दुबारा क्रिकेट सट्टे की राह पर नहीं जाने की समझाईश भी दी थी. लेकिन इसके बावजूद खितेन ने इस वर्ष एक बार फिर अपने कुछ दोस्तों के बहकावे में आकर आईपीएल क्रिकेट की मैचों पर सट्टा लगाया. परंतु वह इसमें हार गया. ऐसे में सट्टा बुकियों द्बारा उस पर सट्टे में हारे पैसे अदा करने के लिए दबाव बनाने लगे. जिसके चलते खितेन तनाव का शिकार हो गया. जानकारी के मुताबिक रविवार की रात खितेन के परिजन सिविल लाईन्स में आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने गए थे. इस समय खितेन अपने घर में अकेला ही था और उसने रसोई घर के सिलिंग फैन से फांसी का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली. पडोस में रहने वाले एक व्यक्ति को जब खिडकी के जरिए खितेन वाधवानी फांसी के फंदे पर लटका दिखाई दिया, तो उसने तुरंत घर के भीतर पहुंचकर उसे फंदे से नीचे उतारा और एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया. जहां पर डॉक्टरों ने खितेन को मृत घोषित किया. यह खबर सुनते ही खितेन की मां दिव्या वाधवानी के पैरों तले से जमीन खिसक गई और उन्हें काफी जबर्दस्त मानसिक आघात पहुंचा. इसी व्यथित मानसिकता के तहत अगले दिन सुबह दिव्या वाधवानी ने घर में रखी जहरीली दवा पी ली. जिस समय पूरा परिवार खितेन के अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहा था. उसी समय खितेन की मां दिव्या वाधवानी की तबीयत बिगडनी शुरु हो गई. ऐसे में अंतिम संस्कार की तैयारियां छोडकर दिव्या वाधवानी को तुरंत ही अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां पर डॉक्टर ने दिव्या वाधवानी को भी मृत घोषित किया. इस घटना के चलते खितेन के पिता व बहन सहित पूरा परिवार लगभग टूट गया. साथ ही इस घटना को लेकर पूरे परिवार में शोक व हडकंप की लहर व्याप्त हो गई. साथ ही क्रिकेट सट्टेबाजों को लेकर परिसर में अच्छा खासा गुस्सा व रोष भी देखा गया.

* मां-बेटे के शवों पर एकसाथ हुआ अंतिम संस्कार
पहले खितेन के शव पर दोपहर डेढ बजे अंतिम संस्कार किया जाना था, जिसके लिए तैयारियां जारी रहने के दौरान ही खितेन की मां ने भी आत्महत्या कर ली. इसकी वजह से खितेन के अंतिम संस्कार हेतु एकत्रित हुए सभी रिश्तेदारों को काफी बडा झटका लगा. लेकिन सभी ने खुद को जैसे-तैसे संभाला और इसके बाद दोनों मां-बेटे के शवों पर शाम के वक्त गंगाबाई घाट पर अंतिम संस्कार किया गया.

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