बुलढाणा/दि.17 – मारपीट करने वाले लोगों के खिलाफ शिकायत देने के बावजूद भी अपराध दर्ज नहीं होने के चलते सागर कुशकुमार वेरुलकर ने जिलाधीश कार्यालय के सामने आमरण अनशन करना शुरु किया था. जिसकी ओर गंभीरतापूर्वक ध्यान देते हुए बुलढाणा शहर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ 15 अगस्त को अपराध दर्ज किया. साथ ही इस मामले को आगे की जांच के लिए नांदुरा पुलिस के हवाले किया गया.
इस संदर्भ में नांदुरा के नागलकर नगर निवासी सागर वेरुलकर का कहना था कि, खेती के विवाद को लेकर मनोरमा कुशकुमार वेरुलकर, शुभम कुशकुमार वेरुलकर व सुनील सुरडकर (पानी की टाकी के पास, नांदुरा), राजेंद्र अंबादास पारखेडे (नीमगांव, तह. नांदुरा, जि. बुलढाणा), गजानन जनार्दन इंगले (तथागत नगर, नांदुरा) व प्रफुल्ल रघुनाथ दाने (सुदर्शन नगर, नांदुरा) ने उसके साथ मारपीट की थी. जिसकी शिकायत दिए जाने के बावजूद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज नहीं किया था. ऐसे में खुद को न्याय मिलने की मांग को लेकर सागर वेरुलकर ने स्वाधीनता दिवस की पूर्व संध्या से जिलाधीश कार्यालय के समक्ष आमरण अनशन करना शुरु कर दिया था. जिसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों ने मामले में दखल देते हुए बुलढाणा शहर पुलिस को सागर वेरुलकर की शिकायत पर अपराध दर्ज करने हेतु कहा. जिसके चलते सभी आरोपियों के खिलाफ बुलढाणा शहर पुलिस में अपराधिक मामला दर्ज किया गया और मामले को आगे की जांच के लिए नांदूरा पुलिस के सुपुर्द किया गया.