* पंचक्रोशी का जागृत देवस्थान
मोर्शी/दि.23– बारहवें सदी से पूर्व समय से मोर्शी तहसील के खेड ग्राम में मनुदेवी माता की स्थापना हुई है, यह जानकारी यहां के बुजुर्गों द्वारा दी जाती है. पंचक्रोशी का यह जागरूक देवस्थान है, ऐसी मान्यता है. मन्नत पूर्ण करने वाली मनुदेवी माता के दर्शन के लिए नवरात्रि में भक्तों की भीड उमडती है. मनुदेवी संस्था में हर साल नवरात्रि उत्सव बडे ही उत्साह से मनाया जाता है. दर्शन के लिए दूरदराज से भक्त मंदिर पहुंचते है.
प्राचीन काल से प्रसिद्ध माता का यह मंदिर पहले हेमाडपंथी था. इस मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया. मंदिर को सुंदर और आकर्षक बनाया गया. इस मंदिर परिसर में महानुभाव संप्रदाय के दैवत गोविंदप्रभु का मंदिर है. इसलिए महानुभाव पंथीय भक्त मंडली की थी भीड यहां देखने मिलती है. मनुदेवी माता की प्राचीन व नए से प्रतिष्ठापना की गई संगमरमर की मूर्ति सभी को अपनी ओर आकर्षित करती है. नवरात्रि के नौ दिनों तक पूजा अर्चना में मनुुदेवी माता के अलग-अलग रूप देखने मिलते है. घटस्थापना से लेकर दशहरे तक नवरात्रि निमित्त अखंड ज्योति तथा विविध धार्मिक कार्यक्रम संपन्न होते है. दशहरे को गांव के लोग सीमोल्लंघन के लिए व शमी पत्र अर्पित करने के लिए मंदिर में भीड करते है. मनुदेवी माता रिद्धपुर के प्रसिद्ध कोलराई माता की जुडवा बहन है, ऐसी मान्यता है.