नई नंबर प्लेट लगाने वाले साइबर अपराधियों के निशाने पर

नागपुर /दि.10– साइबर अपराधियों ने अब वाहनों को उच्च सुरक्षा पंजीयन प्लेट लगाने के लिए भागदौड करने के लिए वाहन चालकों को निशाना बनाना शुरु किया है. एसआरएपी पंजीयन करने के लिए लिंक भेज रहे है और उसके जरिए अनेकों के बैंक खाते खाली कर रहे है. पुणे, मुंबई, नागपुर और नाशिक शहर के अनेकों को साइबर अपराधियों ने चुना लगाया है, ऐसी जानकारी सामने आयी है.
राज्य सरकार द्वारा 2019 के पूर्व के 2 करोड 10 लाख वाहनों को एचआरएसपी (उच्च सुरक्षा नंबर प्लेट) लगाना अनिवार्य किया है. आगामी अप्रैल माह से यह प्लेट न लगाने वाले वाहन चालकों पर 10 हजार रुपए का जुर्माना लगाया जाने वाला है. इस कारण अनेक लोग ऑनलाइन पंजीयन कर रहे है. अनेक लोग नई नंबर प्लेट लगाने की प्रक्रिया बाबत अनभिज्ञ है. इस कारण अनेक वाहन चालक सोशल मीडिया पर आने वाले संदेश के शिकार हो रहे है. उच्च सुरक्षा पंजीयन प्लेट के लिए पंजीयन कर एक मिनट में घर बैठे नई नंबर प्लेट प्राप्त करने के संदेश भेजकर लिंक भेजी जा रही है. ऐसे संदेश भेजने वाले और कोई नहीं, बल्कि साइबर अपराधी है. वॉट्सएप, इंस्टाग्राम और फेसबुक पर आयी लिंक पर क्लीक करने पर शुरुआत में वाहन की जानकारी पूछी जाती है. पश्चात बैंक के खातों की जानकारी भरने मजबूत किया जाता है. उच्च सुरक्षा पंजीयन प्लेट की पंजीयन होने की बात दर्शाकर एटीएम कार्ड, डेबिट कार्ड का नंबर और पासवर्ड मांगा जा रहा है. तत्काल नंबर प्लेट मिलने की धून में अनेक लोग लिंक पर मांगी गई जानकारी देते है. पश्चात साइबर अपराधी ऐसे वाहन चालकों के बैंक खाते की रकम उडाते रहने की अनेक घटनाएं सामने आयी है.
* साइबर अपराधियों के जाल में न फंसे
नये नियमानुसार वाहनों को नंबर प्लेट लगाने के लिए किसी भी लिंक पर क्लीक कर नागरिक साइबर अपराधियों के जाल में न फंसे. नियमानुसार शासन के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करें और साइबर अपराधियों से सतर्क रहे.
– लोहित मतानी,
पुलिस उपायुक्त,
साइबर अपराध शाखा.