
नागपुर /दि.19- स्थानीय रामदासपेठ जैसे संभ्रांत इलाके से यवतमाल जिले के दारव्हा निवासी एक युवक का गत रोज दिनदहाडे अपहरण कर लिया गया. इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस ने एक युवती सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर उक्त युवक को सकुशल छुडाया. जिसके बाद पता चला कि, अपहरण किए गए युवक ने कई लोगों से पैसे ले रखे है. जिसके चलते कई लोग उसके पीछे पडे है और इसी वजह के चलते एक युवती सहित दो युवकों ने उसका अपहरण किया था.
जानकारी के मुताबिक महावीर कोठारी (28) नामक युवक ने कई लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ एवं नौकरी दिलाने का आश्वासन देते हुए पैसा वसूल किया है तथा दारव्हा, यवतमाल व अमरावती में रहनेवाले कई लोगों को अपने जाल में फांसा है. जालसाजी का शिकार हुए कई लोग महावीर कोठारी के पीछे पडकर उससे अपने पैसे वापिस मांग रहे थे. ऐसे में महावीर कोठारी ने अमरावती से फरार होते हुए नागपुर को अपना ठिकाना बनाया. जहां पर वह रामदासपेठ स्थित अक्षय अपार्टमेंट के एक फ्लैट में किराए से रहा करता था. महावीर कोठारी द्वारा की गई जालसाजी का शिकार हुए सलमान खान पठान, मजहर खान पठान को जब इस बात का पता चला तो वे तुरंत ही नागपुर पहुंचे और नागपुर में रहनेवाली पिंकी (काल्पनिक नाम) नामक अपनी दोस्त को साथ लेकर कार से रामदासपेठ पहुंचकर महावीर कोठारी की खोजबीन करनी शुरु की. शुक्रवार की शाम साढे 5 बजे के आसपास इन तीनों लोगों को महावीर कोठारी अपने दुपहिया वाहन पर सवार होकर रामदासपेठ परिसर से जाता दिखाई दिया. जिसका पीछा करते हुए तीनों लोगों ने जैन मंदिर के पास महावीर कोठारी की दुपहिया को अपनी कार से हलकी टक्कर मारी, जिससे महावीर कोठारी अनियंत्रित होकर दुपहिया वाहन से नीचे गिर पडा. पश्चात तीनों लोगों ने कार से उतरकर महावीर कोठारी के साथ जमकर मारपीट की और उसे जबरन अपनी कार में बिठाकर अपने साथ लेकर गए. यह घटना आसपास के लोगों ने देखी और इसकी सूचना पुलिस को दी. किसी व्यक्ति ने पुलिस को कार का नंबर भी बताया. जिसके आधार पर पुलिस ने तुरंत ही खोजबीन करनी शुरु की तो पता चला कि, उक्त कार वाडी की ओर गई है. ऐसे में पुलिस ने तुरंत वाडी पहुंचकर उक्त कार को पकडा और महावीर कोठारी को सुरक्षित छुडाते हुए तीनों आरोपियों को अपने कब्जे में लिया. जिनके खिलाफ पुलिस ने अपहरण, हमला व धमकी देने का मामला दर्ज किया है. इसके साथ ही यह जानकारी सामने आई कि, सलमान खान पठान व मजहर खान पठान ने एक लाख रुपए की वसूली हेतु महावीर कोठारी का अपहरण किया था और वे दोनों अमरावती से महावीर कोठारी को उठाने के लिए ही नागपुर पहुंचे थे.