नागपुर/ दि. 23- छत्तीसगढ राज्य के किसानों को गांव के सोसायटी द्बारा शून्य प्रतिशत ब्याज दर से कर्ज आपूर्ति की जाती है. फिर वही सोसायटी किसानों का माल खरीदी करके बिक्री करते है. ऐसी योजना महाराष्ट्र में शुरू होना चाहिए. ऐसी भूमिका राज्यपाल रमेश बैस ने व्यक्त की. यह योजना महाराष्ट्र में अमल में लाए जाने पर किसान सुखी संपन्न होंगे. ऐसा विश्वास राज्यपाल ने राज्य सहकारी बैंक के प्रशासक विद्याधर अनास्कर से चर्चा करते समय व्यक्त किया.
राज्यपाल ने छत्तीसगड के अनुसार महाराष्ट्र में युवाओं के लिए कौशल्य विकास कार्यक्रम द्बारा आवश्यक कर्ज आपर्ति करने की भी सूचना की. चर्चा में उन्होंने रायपुर में जिला बैंक के अध्यक्षों से फोन द्बारा संपर्क कर वहा योजना की जानकारी राज्य बैंक के दौरे की सूचना देकर अनास्कर को छत्तीसगढ भेट का निमंत्रण दिया.
इस समय प्रशासक अनास्कर ने सहकार क्षेत्र के ग्रामीण वित्त आपूर्ति करनेवाले पत संरचना की जानकारी देकर राज्य बैंक की अनेक योजना उन्होंने बताई. किसानों के लिए चलाई जानेवाली चार घंटे में कर्ज इस योजना में विदर्भ के कपास उत्पादक के लिए प्रस्तावित योजना की जानकारी दी. भेट में राज्यपाल ने ब्लॉक चेन प्रणाली समझाकर अॅग्रीकल्चरल इन्फ्रा फंड और को- ऑप डेव्हलमेंट फंड का उपयोग कर केंद्र शासन की स्मार्ट योजना द्बारा राज्य शासन की मदद लेकर किसानों के लिए अधिक से अधिक लाभदायी योजना वित्तीय संस्थान चलाती है. ऐसी अपेक्षा व्यक्त की. राज्य बैंक के कार्यो के संबंध में राज्यपाल ने संतोष व्यक्त किया.
किसानों के लिए बैंक द्बारा की जानेवाली योजना के लिए सभी ओर से मदद करने का आश्वासन उन्होंने दिया. इससे पूर्व प्रशासक अनास्कर ने आषाढी कार्तिक की पृष्ठभूमि पर राज्यपाल को विठ्ठल रूख्मिणी की मूर्ति देकर सत्कार किया.