नागपुर/प्रतिनिधि दि.३ – कोरोना का संकट पूरी तरह से खत्म नहीं होने के बावजूद भी कुछ राज्यों में शाला शुरु कर दी गई है. इस पार्श्वभूमि पर महाराष्ट्र सरकार क्या निर्णय लेती है इसकी ओर सभी अभिभावकों व विद्यार्थियों का ध्यान केंद्रीत है. इस संदर्भ में राज्य सरकार जल्दबाजी नहीं करेगी. शाला शुरु करने के संदर्भ में दो दिनों में निर्णय लिया जाएगा ऐसा राज्यमंत्री बच्च्ाू कडू ने कहा है.
वे गुरुवार को नागपुर में उपस्थित पत्रकारों से बातचीत करते समय बोल रहे थे. राज्यमंत्री कडू ने कहा कि केरल के पश्चात राज्य के कुछ जिलों मे कोरोना बाधितों की संख्या बढी. राज्य में जब शाला शुरु करने का निर्णय लिया जाता है तभी संक्रमण अचानक बढ जाता है. स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहना भी महत्वपूर्ण है. आने वाले दो दिनों में शालाओं के संदर्भ में निर्णय लिया जा सकता है ऐसा शालेय शिक्षा मंत्री बच्चू कडू ने कहा. उसी प्रकार विधायकों की नियुक्ति को लेकर उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा गृहमंत्री अमित शाह के दबाव में राज्यपाल काम कर रहे है.
राज्य सरकार व्दारा राज्यपाल को 12 सदस्यों के नाम नियुक्ति के लिए नियमानुसार भिजवाए गए है. वे नाम नियमानुसार नहीं है ऐसा उन्हें लगता है तो उन्होंने उन नामों को नकार देना चाहिए. राज्यमंत्री कडू ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा अभी भी सत्ता का स्वप्न देख रही है. अपने कार्यकर्ताओं को वे विधान परिषद में पहुंचाएंगे ऐसा उन्हें लग रहा है. मुख्यमंत्री तथा उपमुख्यमंत्री भी इस संदर्भ में राज्यपाल से प्रश्न कर रहे है. किंतु राज्यपाल व्दारा इस विषय में भी निर्णय नहीं लिया गया इसकी जांच होनी चाहिए ऐसी भी मांग राज्यमंत्री कडू ने की और कहा कि जो भी भाजपा के विरोध में बोलता है उसे ईडी का सामना करना पडता है. राज्यपाल प्रधानमंत्री व गृहमंत्री के दबाव में काम कर रहे है. ऐसा आरोप राज्यमंत्री बच्चू कडू ने लगाया.